इंदौर। वन विभाग द्वारा अतिक्रमण से मुक्त की गई जंगल की जमीन पर विभिन्न प्रजातियों के बीज डाले गए थे,जिनमें से अधिकतर गल गए हैं। वन विभाग की टीम द्वारा पिछले दो माह में महू, मानपुर और चोरल रेंज में लगभग 70 हेक्टेयर जमीन से अतिक्रमण हटाकर वहां बबूल, चोरोल, नीम और बहेड़ा आदि के बीज डाले गए थे, जिसमें बारिश का पानी भरने से 40 प्रतिशत गल गए हैं। 60 प्रतिशत बीज ही अंकुरित हो पाए हैं।
उल्लेखनीय हैं कि 2 माह पहले वन विभाग द्वारा जंगल की जमीन से अतिक्रमण अभियान चलाकर हटाया गया था। महू क्षेत्र के मांगलिया सबरेंज से 5 हेक्टेयर से अधिक जंगल की जमीन बैका गांव के संतु पिता घीसालाल, राधेश्याम पिता बेरसिंह, उमराव पिता केसर सिंह, रमेश पिता शंकर, रणछोड़ पिता शंकर, अजय पिता बेरसिंह, रामप्रसाद पिता प्यारे सिंह तथा रामपाल पिता संतु से मुक्त कराई गई थी। यह लोग यहां खेती करने की तैयारी कर रहे थे।
इसी रेंज से इसके पहले भी 2 हेक्टेयर भूमि मुक्त कराई जा चुकी है। महू रेंज की टीम ने आशापुरा से लगभग 30 हेक्टेयर जमीन से अतिक्रमण हटाया था। इसी प्रकार महू के ही मेढ़ , मांगलिया, खुर्दा और बडग़ोड़ा सहित चोरल रेंज के इलाकों से भी लगभग 32 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन से अतिक्रमण हटाया जा चुका है।
अतिक्रमण करने में आदिवासी आगे…पर्दे के पीछे से नेताओं की शह
जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने में सबसे ज्यादा आदिवासी समुदाय के लोग हैं। इनके अलावा जंगल के आसपास के गांव के दबंग लोग भी जमीन हथियाने में पीछे नहीं हट रहे हैं। वे आदिवासियों को आगे कर देते हैं। बताया जा रहा है कि पर्दे के पीछे से स्थानीय नेता भी अतिक्रमण करने वालो को शह दे रहे थे, जिससे उनके हौसले और अधिक बुलंद हो गए।
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