नई दिल्ली। बीते दिनों इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बैटरी में आग लगने की कई मामले सामने आ चुके हैं। सरकार ने भी आग लगने की कारणों का पता लगाने के लिए एक कमेटी बनाई। बैटरी में आग लगने की वजह उसकी क्वालिटी रही। ऐसे में अब ओला इलेक्ट्रिक ने भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए सेल बनाने के लिए केंद्र की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। सॉफ्टबैंक समर्थित ओला ने कहा कि यह भारत सरकार द्वारा अपनी 80,000 करोड़ रुपए की सेल PLI योजना के तहत चुनी गई एकमात्र भारतीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी है।
ओला इलेक्ट्रिक ने मार्च में अपनी बोली के लिए अधिकतम 20 गीगावाट घंटे (GWH) प्राप्त किए हैं। ओला ने हाल ही में डेवलप लिथियम-ऑयन सेल – एनएमसी 2170 का खुलासा किया था। स्वदेशी उन्नत सेल प्रौद्योगिकियों को बनाने के लिए मुख्य अनुसंधान और विकास केंद्र विकसित करने में भारी निवेश कर रही है। अपनी आगामी 50-GWH गीगाफैक्ट्री से अपने सेल का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने के लिए ओला पहले ही जर्मनी, दक्षिण कोरिया, जापान और अन्य हब से ग्लोबल आपूर्तिकर्ताओं से संपर्क बना चुकी है।
दुनिया की 90% कैपेसिटी चीन पर
ओला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक भाविश अग्रवाल ने कहा कि आज सेल निर्माण की ग्लोबल कैपेसिटी का 90% चीन में है। इस आयात निर्भरता को उलटने के लिए, स्थानीय रूप से निर्मित सेल प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण है। उन्नत रसायन विज्ञान सेल पीएलआई योजना भारत को आत्मनिर्भर बनाने और इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सीरीज की सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं को स्थानीय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि ओला में सेल टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग को डेवलप करने का हमारा रोड मैप तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिससे हम उत्पादों, मोबिलिटी सेवाओं और टेक्नोलॉजी (टेक) में एक मजबूत वर्टिकल इंटीग्रेटेड मोबिलिटी कंपनी बन गए हैं।
500 इंजीनियरों की भर्ती करेगी
ओला इलेक्ट्रिक बेंगलुरु में अपना बैटरी इनोवेशन सेंटर (BIC) स्थापित करने के लिए करीब 50 करोड़ डॉलर का निवेश कर रही है। इसके अगस्त में चालू होने की उम्मीद है और यह दुनिया के लिए भारत से बाहर कोर सेल तकनीक विकास और बैटरी नवाचार पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह बैटरी इनोवेशन सेंटर फ्यूचर की सेल टेक्नोलॉजी डेवलप करने के लिए बैटरी के लिए उन्नत प्रयोगशालाओं और उच्च तकनीक वाले उपकरणों का इस्तेमाल करेगी। कंपनी सेल तकनीक में रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए दुनिया भर से शीर्ष प्रतिभाओं की भी भर्ती कर रही है। इसके लिए कंपनी 500 इंजीनियरों की भर्ती करेगी।
ओला इलेक्ट्रिक कार भी लॉन्च करेगी
ओला कि बैटरी इनोवेशन सेंटर दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे उन्नत सेल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सुविधा में से एक होगी, जिसमें सेल से संबंधित सभी पहलुओं को कवर करने के लिए 165 से अधिक ‘अद्वितीय और अत्याधुनिक’ प्रयोगशाला उपकरण होंगे। कंपनी ने निवेश के लिए समय अवधि का खुलासा नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह तीन से पांच साल का है। भारत में ओला इलेक्ट्रिक, एथर एनर्जी, हीरो इलेक्ट्रिक, बजाज, टीवीएस मोटर, बाउंस, ओकिनावा और बूम मोटर्स जैसे इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं के साथ सीधी प्रतिस्पर्धा में है। ओला की इलेक्ट्रिक कार, मोटरसाइकिल, स्पोर्ट यूटिलिटी वाहन और रोबोटैक्सिस लॉन्च करने की भी योजना है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved