भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश की गति धीमी पड़ गई है। प्रदेश के मौसम को सीधे प्रभावित करने वाला कोई भी सिस्टम एक्टिव नहीं होने से वर्षा की गतिविधियों में काफी कमी आ गई है। पूर्वी मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ा है, जिससे बूंदाबांदी के आसार बने हैं। प्रदेश में सबसे गर्म नरिसंहपुर रहा, वहीं सबसे ठंडा खरगोन बना हुआ है। मौसम विभाग ने सात जिलों में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए यलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम केंद्र की रिपोर्ट कहती है कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के शहडोल एवं चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, रीवा, जबलपुर, सागर, ग्वालियर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर तथा नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। नारायणगंज में 10, बागली, तिरोड़ी में 7, पांढुर्णा में 6, नया हरसूद, अमरपाटन, मवई, मोहगांव, पन्ना में 5, ओरछा, मंडला, लखनादौन, सेमरिया में 4, मुरैना, खातेगांव, पठारी, मऊगंज, टीकमगढ़, बरघाट, त्योथर, बिजुरी, पथरिया, शहडोल, मोहनगढ़, अमरकंटक, जैतहरी, जवा, बुढार, सिहोरा, चांद, तेंदुखेड़ा, जबलुपर में 3 सेमी तक पानी गिरा है।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि रीवा, शडडोल, सागर, जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है, जो बता रहा है कि अनूपपुर, डिंडौरी, उमरिया, कटनी, सिवनी, पन्ना, छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। शहडोल, सागर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में तथा कटनी, सतना, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों में बिजली गिरने का भी अंदेशा है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाला कोई भी वेदर सिस्टम फिलहाल एक्टिव नहीं है। मानसून ट्रफ भी बिहार से होकर गुजर रहा है। इस वजह से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में काफी कमी आ गई है। इस तरह की स्थिति अभी दो अगस्त तक बनी रह सकती है। हालांकि इस दौरान अधिकतम तापमान बढऩे की स्थिति में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved