इंदौर। लोकायुक्त ने कल एमआईजी (MIG) थाने के दो पुलिसकर्मियों (policemen) के खिलाफ एक ट्रैप (trapped) लगाया था, लेकिन शंका होने पर दोनों पुलिसकर्मी रिश्वत (bribe) की राशि (case) लेकर चंपत हो गए थे। हालांकि लोकायुक्त पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं डीसीपी ने मामला प्रकाश में आने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। डीलर की गाड़ी की चोरी का आरोप लगाकर एमआईजी थाने के दो पुलिसकर्मी श्याम जाट और धीरेंद्र डांगी ने कपिल नामक एक युवक को पकड़ा था। उसे छोडऩे के एवज में 40 हजार की रिश्वत की मांग की थी। पहली किस्त में 15 हजार लेने की बात तय हुई थी।
मामले की शिकायत कपिल की पत्नी ने लोकायुक्त से की। लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप लगाया और कल थाने के पास ही दोनों पुलिसकर्मियों को पैसे लेने के लिए बुलाया। यहां दोनों बाइक से आए और महिला से डिक्की में पैसे रखवाकर शंका होते ही चंपत हो गए। भीड़ होने के कारण पास खड़ी लोकायुक्त की टीम उनको पकड़ नहीं सकी, लेकिन रिकार्डिंग के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। मामला प्रकाश में आने के बाद डीसीपी रजत सकलेचा ने दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।
पुलिस का तीसरा ट्रैप फेल
यूं तो लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू के कई ट्रैप फेल होते रहे हैं, लेकिन पुलिस के ट्रैप अकसर फेल हो जाते हैं। इंदौर में कुछ समय पहले मानपुर में दो पुलिसकर्मियों का ट्रैप फेल हो गया था। हालांकि इस मामले में भी पुलिस ने केस दर्ज किया है। इसके अलावा चोरल में भी एक आरक्षक का ट्रैप फेल हुआ था। इस मामले में भी केस दर्ज किया गया है। इनकी आवज के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। कल पुलिस का तीसरा मामला फेल हुआ है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved