नई दिल्ली। केंद्र सरकार (Central government) के विश्वास-आधारित कराधान प्रणाली (faith-based taxation system) से संग्रह बेहतर हुआ है। इससे जमा किए गए रिटर्न की संख्या भी बढ़ी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने रविवार को 163वें आयकर दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में यह बात कही।
सीतारमण ने अपने संदेश में कहा कि करदाताओं ने विश्वास-आधारित कर प्रणाली की पुष्टि की है। यह कर संग्रह बेहतर होने और आयकर रिटर्न की संख्या बढ़ने से साफ जाहिर होता है। उन्होंने कहा कि करदाता सेवा और पारदर्शिता को बढ़ाने, विभागीय प्रक्रियाओं की गति तेज करने के लिए प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग किया गया है।
इस अवसर पर वित्त मंत्री ने पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में 14 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व संग्रह हासिल करने के लिए विभाग की प्रशंसा भी की। उन्होंने उम्मीद जताई कि राजस्व संग्रह में तेजी की रफ्तार चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भी जारी रहेगी। वित्त वर्ष 2021-22 में प्रत्यक्ष कर संग्रह सालाना आधार पर 49.02 फीसदी बढ़कर 14.09 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सरकार ने 14.20 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य तय कर रखा है। (एजेंसी, हि.स.)
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