भोपाल: भारत में मंकीपॉक्स बीमारी (monkeypox disease) ने दस्तक दे दी है. जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस बीमारी को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी (global health emergency) घोषित कर दी है. भारत सहित 80 देशों में मंकीपॉक्स आ चुका है. ऐसे में मध्य प्रदेश में भी स्वास्थ्य विभाग (health Department) अलर्ट हो गया है. एमपी के स्वास्थ्य विभाग ने भी गाइडलाइन जारी कर दी है. मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया और प्रदेश के सभी CMHO को इस बीमारी को लेकर दिशा निर्देश (guidance) जारी कर दिए गए हैं. मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ विभाग की जारी गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं.
भारत में सबसे पहले केरल (Kerala) में मंकीपॉक्स का केस मिला था. जबकि अब केरल में दो मामले सामने आ चुके हैं. जबकि एक मामला देश की राजधानी दिल्ली में भी मिल चुका है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि यह बीमारी भी कोरोना की तरह भी नाक, आंख और मुंह के जरिए इंसान के शरीर में प्रवेश करता है. जिसमें शरीर में फोले पड़ने लगते हैं.
सावधानी बरतने के निर्देश
मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने सभी डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वह लोगों को मंकीपॉक्स बीमारी के प्रति सतर्क करे. हालांकि अब तक मध्य प्रदेश में इस बीमारी का एक भी मरीज नहीं मिला है. लेकिन फिर भी कोरोना की गाइडलाइन खत्म होने के बाद आवाजाही तेजी से शुरू हुई है. ऐसे में लोगों को सावधानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
क्या है मंकीपॉक्स बीमारी
बता दें कि मंकीपॉक्स एक जूनोटिक डिजीज है, जो कि लगभग चिकनपॉक्स की तरह होती है. लेकिन यह चिकनपॉक्स नहीं होती है. अगर आप मंकीपॉक्स की पहचान करना चाहते हैं, तो मंकीपॉक्स के लक्षणों के बारे में जरूर जानकारी लें.
अगर किसी को भी यह लक्षण दिखते है तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने सभी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है.
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