नई दिल्ली। आर्थिक र्मोचे (economic front) पर झटका लगने वाली खबर है। विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) में लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट दर्ज हुई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार (country’s foreign exchange reserves) 15 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 7.541 अरब डॉलर ($ 7.541 billion down) घटकर 572.712 अरब डॉलर ($ 572.712 billion) रह गया है। इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 83 करोड़ डॉलर घटकर 38.356 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
आरबीआई के जारी आंकड़ों के मुताबिक 15 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 7.541 अरब डॉलर घटकर 572.712 अरब डॉलर रह गया, जबकि 8 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 8.062 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 580.252 अरब डॉलर रह गया था। इससे पहले एक जुलाई को भी विदेशी मुद्रा भंडार 5.008 अरब डॉलर घटकर 588.314 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
रिजर्व बैंक के मुताबिक देश की विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) का घटना है, जो कुल मुद्रा भंडार का एक अहम हिस्सा होता है। इसके अलावा स्वर्ण आरक्षित भंडार घटने से भी विदेशी मुद्रा के भंडार में गिरावट आई है। रिजर्व बैंक के मुताबिक बीते सप्ताह एफसीए 6.527 अरब डॉलर घटकर 511.562 अरब डॉलर रह गई।
आंकड़ों के मुताबिक बीते सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 83 करोड़ डॉलर घटकर 38.356 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) भी 15.5 करोड़ डॉलर घटकर 17.857 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 2.9 करोड़ डॉलर घटकर 4.937 अरब डॉलर रह गया है।
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में बड़ी गिरावट आई है। ऐसा पहली बार हुआ कि एक डॉलर की कीमत 80 रुपये के पार चली गई। रुपये को डॉलर के मुकाबले कमजोर होने से बचाने के लिए आरबीआई ने ओपन मार्केट ऑपरेशन का सहारा लिया और बाजार में डॉलर डाले। रिजर्व बैंक की रुपये की गिरावट को रोकने के लिए बाजार में हस्तक्षेप से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आना स्वभाविक था। (एजेंसी, हि.स.)
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