img-fluid

गुंडे को वार्निंग देते हुए शिवराज सिंह बोले- ‘असली टाइगर तो यहां बैठा है’

July 19, 2022


भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में ‘टाइगर’ खूब चर्चा में रहता है. मंगलवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद को टाइगर बताया है. मुख्यमंत्री से भोपाल में एक टाइगर नाम के गुंडे की शिकायत की गई थी. इस पर सीएम चौहान ने पूरे प्रशासन को तलब कर लिया और कहा कि असली टाइगर तो यहां बैठा है. ये कहां के टाइगर फाइगर आ गए? इन पर कार्रवाई करो और खत्म करो. सीएम ने शराब को लेकर शिकायत की गई थी.

दरअसल, भोपाल में बीजेपी ने मेयर चुनाव में जीत के बाद जनता को धन्यवाद करने के लिए कार्यक्रम रखा था. आज जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे तो वहां स्थानीय लोगों ने इलाके के एक टाइगर नाम के गुंडे की शिकायत कर दी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने डीसीपी साई कृष्णा थोटा और भोपाल कलेक्टर को मंच पर बुलाया और सबके सामने कहा कि ‘यह जरा देख लें कौन है टाइगर फाईगर. असली टाइगर तो यहां बैठा है तो ये कहां के टाइगर फाइगर आ गए?


सीएम चौहान ने आगे कहा कि ‘ये कौन-सी टाइगर शराब आ गई, पाउच जब्त करो और मारो डंडे और ठीक करो सबको. साफ कह रहा हूं. यह माता-बहनों की सबसे बड़ी दिक्कत है. अवैध शराब पर डंडा चलाओ, क्रश कर दो सबको. खत्म करो’ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि ‘यह मैसेज भोपाल के लिए नहीं है, पूरे मध्य प्रदेश के लिए है. जनता परेशान है तो सरकार का क्या मतलब है.

MP की राजनीति में चर्चा में रहता ‘टाइगर’
बताते चलें कि मध्य प्रदेश की राजनीति में ‘टाइगर’ शब्द चर्चा में बना रहता है. तीन साल पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत की और बीजेपी में शामिल हो गए थे. जब सिंधिया भोपाल पहुंचे तो पार्टी कार्यालय में सिंधिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को संबोधित करते हुए कहा था कि सुन लीजिए… टाइगर अभी जिंदा है. इसके अलावा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी खुद को टाइगर बताते हुए संबोधित करते सुना जाता रहा है.

Share:

हाईवे प्रोजेक्ट पर केंद्र का बड़ा फैसला, एलओसी से 100 किमी के दायरे में ग्रीन नोड लेना जरुरी नहीं

Tue Jul 19 , 2022
नई दिल्‍ली। केंद्र सरकार ने इन्वायरन्मेंट इंपैक्ट असेसमेंट रूल्स में बदलाव का नोटिफिकेशन जारी किया है। अब रणनीतिक महत्व (strategic importance) और रक्षा क्षेत्र की सुविधा के लिए एलओसी से 100 किलोमीटर के दायरे में बनाए जाने वाले हाइवे को इस नियम से छूट दी जाएगी। इसके लिए ग्रीन नॉड लेना जरूरी नहीं रहेगा। वहीं […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
सोमवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2024 Agnibaan , All Rights Reserved