नई दिल्ली: मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) देश के अगले उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार होंगी. राकांपा प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की. उपराष्ट्रपति चुनाव (vice president election) के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 जुलाई है. शरद पवार ने कहा कि बैठक में 17 दलों ने हिस्सा लिया और सभी की सामूहिक सोच है कि अल्वा मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगी. पवार ने यह भी कहा कि संयुक्त उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल (Mamata Banerjee and Arvind Kejriwal) से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछली बार दोनों नेताओं ने विपक्ष के संयुक्त राष्ट्रपति उम्मीदवार का समर्थन किया था.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने भी ट्वीट करके बताया कि मार्गरेट अल्वा उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार हैं. उन्होंने लिखा, “मार्गरेट अल्वा, पूर्व राज्यपाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री, लंबे समय से सांसद और भारत की अद्भुत विविधता के बहुत प्रतिष्ठित प्रतिनिधि उपराष्ट्रपति के लिए आम विपक्षी उम्मीदवार हैं.” राजग ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. शनिवार शाम उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की गई थी.
10 अगस्त को समाप्त होगा वेंकैया नायडू का कार्यकाल
देश के उपराष्ट्रपति को चुनने के लिए निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल होते हैं. संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 780 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं. जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है. मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होगा.
अगले उपराष्ट्रपति के लिए मतदान छह अगस्त को
नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 जुलाई है और मतदान छह अगस्त को निर्धारित है. भाजपा ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है. यदि मुर्मू चुनाव जीत जाती हैं, तो वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी. राजग ने 2017 में उपराष्ट्रपति पद के लिए तत्कालीन केंद्रीय मंत्री नायडू को अपना उम्मीदवार बनाया था. भाजपा इस बार भी अपने उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए मजबूत स्थिति में है.
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