इंदौर। बीते दिनों स्वर्णबाग अग्निकांड में सात लोगों की मौत हो गई थी। उस मामले में सरकारी गवाह बनी युवती को जहर देकर मारने का प्रयास किया गया। यह आरोप युवती ने लगाया है। उसका कहना है कि उसके साथ इससे पहले मारपीट भी की गई थी।
स्वर्णबाग कॉलोनी में मई माह में एक इमारत में आग लग गई थी, जिसमें महिला-पुरुषों को मिलाकर 7 लोगों की मौत हो गई थी।
बाद में जांच हुई तो सामने आया कि अग्निकांड को संजय उर्फ शुभम दीक्षित ने अंजाम दिया था। इस मामले में विजय नगर पुलिस ने शुभम को गिरफ्तार कर लिया और जेल पहुंचा दिया था। उधर जिस मकान में आग लगी वह एहसान पटेल का था। एहसान के भाई इंसाफ पटेल के घर सना नामक युवती किराए से रहती है। सना इस पूरे अग्निकांड मामले में पुलिस के लिए सरकारी गवाह बनी थी।
आरोप है कि सना को मकान मालिक और उसका परिवार घटना का जिम्मेदार मानकर प्रताडि़त करते थे। कल रात को भी उसके साथ मारपीट की गई और जहर पिला दिया। इसके बाद उसने अपने रिश्तेदार को यह जानकारी दी तो रिश्तेदार मौके पर पहुंचा और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। मामले को लेकर पुलिस के आला अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि सना के स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद उसके बयान लिए जाएंगे और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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