उज्जैन। नगर निगम के जोन 3 की गैलरी 12 साल में ही टूटने लगी है, जबकि किसी भी निर्माण की कम से कम अवधि 50 साल तो होना चाहिए लेकिन नगर निगम के ठेकेदारों ने घटिया निर्माण किया है जिसके चलते नगर निगम जोन के कर्मचारी भी परेशान है।
वर्ष 2010 में दूध तलाई स्थित नगर निगम का जोन कार्यालय बनाया गया था और इसकी दूसरी मंजिल तैयार की गई थी। दूसरी मंजिल पर जोन के संपत्ति कर एवं अन्य शाखाओं के कार्यालय हैं। यहाँ दिनभर सैकड़ों लोगों की आवाजाही रहती है लेकिन नगर निगम के ठेकेदारों द्वारा इस भवन का इतना घटिया निर्माण किया गया कि 12 साल में ही इसकी गैलरी गिरने लगी है। गैलरी की पूरी दीवार नीचे गिर चुकी है और सर यह बाहर झांक रही हैं, किसी दिन भी यह गैलरी गिर सकती है और नीचे ट्रांसपोर्टरों के कार्यालय हैं और दिनभर लोगों की आवाजाही लगी रहती है। ऐसे में यह खतरनाक गैलरी किसी पर भी गिर सकती है। कर्मचारियों को भी यहाँ खतरा है क्योंकि ऊपरी मंजिल पर गैलरी से लगा कार्यालय और इसमें से 2 दरवाजे गैलरी पर निकलते हैं। वर्तमान में इन दरवाजों को कर्मचारी बंद करके रखते हैं क्योंकि उधर गैलरी समझकर कोई भी जा सकता है। नगर निगम जोन कार्यालय की यह गैलरी पिछले कई दिनों से टूटी पड़ी है लेकिन नगर निगम ना तो यहाँ रिपेयरिंग करा रहा है और ना ही निर्माण और नगर निगम दावा करता है कि वह शहर के गिराऊ मकान हटाएगा।
युवक की आत्महत्या के मामले में महिला और अन्य लोगों पर प्रकरण दर्ज
उज्जैन। चिमनगंज मंडी थाना पुलिस ने बताया कि सांदीपनि नगर में 20 अगस्त 21 को आशीष पिता नामचन्द्र नामदेव उम्र 22 साल निवासी नीलगंगा चौराहा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में कोर्ट के आदेश पर कल चिमनगंज मंडी थाना पुलिस ने ढाँचा भवन निवासी एक महिला और उसके सहयोगियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है।
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