लोहे की कई अनुपयोगी सामग्री भी निकली, अब 20 जुलाई को करेंगे नीलामी
इंदौर। राजबाड़ा को संवारने के दौरान बड़े पैमाने पर वहां से खस्ताहाल लकड़ी और अनुपयोगी लोहा निकला है, जिसकी 20 जुलाई को नीलामी की जाएगी। 21 टन ऐसी लकडिय़ां है, जो न केवल खराब हो चुकी हैं, बल्कि उन पर दीपक लगने लगी थी और इसी के चलते निगम ने उन लकडिय़ों को हटाकर उनके स्थान पर दूसरी लकडिय़ां लगाई हैं।
राजबाड़ा को संवारने का काम बीते कई वर्षों से चल रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अलग-अलग हिस्सों में पहले बाहरी और फिर आंतरिक कार्य शुरू कराए गए हैं। कई जगह बारिश का पानी टपकने के चलते कुछ जगह छतों की मरम्मत और कुछ जगह नई छतें डालने का काम चल रहा है। पिछले दिनों वहां से बड़े पैमाने पर खराब हुई लकडिय़ां निकालकर एक ओर रख दी गई थीं। अधिकारियों के मुताबिक लकडिय़ां इतनी खस्ताहाल हो चुकी थीं कि उन्हें फिर से उपयोग में लाया नहीं जा सकता था। इसी के चलते लकडिय़ों को नीलाम किए जाने की तैयारी है। इसके लिए निगम ने सूचना जारी की है। 21 टन लकड़ी की नीलामी 20 जुलाई को की जाएगी। इसके साथ वहां से 890 किलो लोहा भी निकला है, जो खराब होने के चलते नीलाम किया जाएगा। कई हिस्सों में नया कार्य करने के साथ-साथ पुराने स्वरूप में ही राजबाड़ा को संवारा जा रहा है। अभी अधिकारी भी यह बताने की स्थिति में नहीं हैं कि राजबाड़ा का काम कितने माह में पूरा करने का टारगेट रखा गया है।
खराब लकडिय़ों के ढेर ने घेरी जगह
अधिकारियों के मुताबिक राजबाड़ा परिसर में जगह-जगह लकडिय़ों के ढेर पड़े हैं, जो अनुपयोगी थीं और विशेषज्ञों ने उनका उपयोग करने से साफ इनकार कर दिया था। इसी के चलते उन लकडिय़ों को परिसर के ही आसपास के हिस्सों में रखा गया। 21 टन लकड़ी नीलाम करने के साथ-साथ स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने यह शर्त रखी है कि नीलामी में लकड़ी खरीदने वाले व्यक्ति को वहां से सात दिनों में सारा परिसर हर हाल में खाली करना होगा।
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