कोलंबो: श्रीलंका के आर्थिक-राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे आधी रात को देश छोड़कर भाग गये हैं. श्रीलंका में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच राजपक्षे परिवार के साथ मालदीव पहुंच गये हैं. वहां वह कुछ दिन रहेंगे. इसके बाद वह दुबई जा सकते हैं. राजपक्षे ने इस्तीफा दिया है या नहीं इसपर अभी भी कंफ्यूजन बरकरार है.
राष्ट्रपति बीते शुक्रवार से गायब थे, उनको किसी सार्वजनिक मंच पर नहीं देखा गया था. इस बीच 20 जुलाई को नए राष्ट्रपति की नियुक्ति की तैयारी है. जानकारी के मुताबिक, गोटबाया अपनी आखिरी मंजिल पर पहुंचने के बाद ही इस्तीफा देंगे. वह मालदीव से साउथ एशिया के किसी देश में जाएंगे.
वहां से अपनी आखिरी मंजिल की तरफ निकलेंगे, जिसके बारे में अबतक कुछ साफ नहीं है. श्रीलंका से राजपक्षे का यूं आधी रात को जाना सबकी आंखों में खटक रहा है. दरअसल, इससे पहले राजपक्षे के भाई बासिल ने देश छोड़ने की कोशिश की थी, जिसमें वह नाकाम हो गये थे. लेकिन अब उनके भाई गोटबाया राजपक्षे वहां से निकल गये हैं.
एयरफोर्स ने कहा- रक्षा मंत्रालय ने दिया था प्लेन देने का ऑर्डर
राजपक्षे को एयर फोर्स के प्लेन से मालदीव पहुंचाया गया है. इसपर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, जिसपर श्रीलंका एयरफोर्स (SLAF) ने सफाई दी है. SLAF ने कहा कि रक्षा मंत्रालय की तरफ से उनको प्लेन देने का ऑर्डर मिला था, जिसे उनको मानना पड़ा. वहीं इमीग्रेशन विभाग ने अपनी सफाई में कहा कि ऐसा कोई कानून नहीं है कि वह मौजूदा राष्ट्रपति को देश छोड़ने से रोक लें.
ऐसी भी खबरें आई थीं कि भारत ने देश छोड़ने में राजपक्षे की मदद की है. भारतीय हाई कमीशन ने ऐसी बातों को कोरी अफवाह बताया है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है. राजपक्षे के साथ उनकी पत्नी समेत कुल पांच फैमिली मेंबर थे. इसके अलावा स्टाफ के तीन लोग भी उनके साथ हैं. राजपक्षे मालदीव की राजधानी माले पहुंच चुके हैं. वहां ये वह किसी दूसरे एशियाई देश जा सकते हैं. ऐसा कहा जा रहा है. यह भी खबरें हैं कि वह दुबई जा सकते हैं.
पहले कहा गया था कि राजपक्षे मंगलवार को ही इस्तीफा दे चुके हैं, जिसका ऐलान आज हो जाएगा. लेकिन अब यह भी सामने आया है कि अबतक स्पीकर को राजपक्षे का इस्तीफा नहीं मिला है. बता दें कि राजपक्षे को श्रीलंका की बिगड़ी आर्थिक स्थिति की वजह से इस्तीफा देना पड़ेगा, जिसे संभालने में उनकी सरकार बुरी तरह फेल हुई.
बढ़ती महंगाई और चीजों की किल्लत से श्रीलंका की जनता त्रस्त हो गई थी. मामला इतना बिगड़ चुका था कि हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में घुस गये थे. वहीं पीएम के आवास को जला दिया था. अब श्रीलंका में नई सरकार का गठन होना है.
श्रीलंका में अब क्या होगा?
श्रीलंका के कानून के मुताबिक, अगर कोई राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले कुर्सी छोड़ता है तो संसद के किसी सदस्य को उस पद पर बैठाया जाता है. यह काम राष्ट्रपति के इस्तीफे के एक महीने के अंदर करना होता है.
राष्ट्रपति के रिजाइन देने के बाद तीन दिनों के अंदर संसद सत्र बुलाना होता है. फिर एक दिन तय होता है जब राष्ट्रपति पद के नॉमिनेशन होगा. अगर एक से ज्यादा लोग राष्ट्रपति बनने के इच्छुक हैं तो सीक्रेट बैलेट से वोटिंग कराई जाती है.
नए राष्ट्रपति चुने जाने तक एक्टिंग प्रेसिडेंट कामकाज देखते हैं. एक्टिंग प्रेसिडेंट हमेशा प्रधानमंत्री को बनाया जाता है. अब राजपक्षे के जाने के बाद रानिल विक्रमासिंघे एक्टिंग प्रेसिडेंट होंगे.
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