नई दिल्ली (New Delhi)। आजकल की फ़ास्ट फॉरवर्ड लाइफ (forward life) में हर कोई अनहेल्दी और जंक फ़ूड खा रहा है, जिसका सीधा असर हमारे बॉडी पर पड़ता है। लेकिन हेल्दी चीजों से दूरी और अनहेल्दी चीजों (unhealthy things) का सेवन न केवल शरीर बल्कि दिल संबंधी खतरे को बढ़ाने का काम कर सकती है। दिल को सेहतमंद रखने के लिए हेल्दी डाइट जरूरी है, इसलिए अपनी डाइट में हरी सब्जियों (green vegetables) को शामिल करें और एक हेल्दी हार्ट पाएं। हरी सब्जियां स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद (beneficial) होती है। सेहतमंद रहने के लिए हर कोई हरी सब्जी खाने की सलाह देता है। हरी सब्जियां शरीर को पोषक तत्व प्रदान कर, उन्हें बीमारियों से बचाने में मदद करती हैं। सिर्फ शरीर को ही सेहतमंद नहीं रखती, बल्कि हार्ट को हेल्दी रखकर उनकी सुरक्षा करते हैं।
गाजरः
गाजर (Carrot) को विटामिन सी का अच्छा सोर्स माना जाता है, ये विटामिन सी ही नहीं बल्कि आयरन, सोडियम, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेड, प्रोटीन, विटामिन ए, डी, बी6 का भी अच्छा सोर्स है। इसको डाइट में शामिल कर हार्ट को हेल्दी रख सकते हैं।
पालकः
पालक (spinach) पोषक तत्वों से भरपूर है। पालक एक हरी पत्तेदार सब्जी है। इसमें आयरन, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम और फोलेट (calcium and folate) जैसे तत्व होते हैं। जो खून और दिल की सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है। पालक को डाइट में शामिल कर आप अपने दिल का बेहतरीन ख्याल रख सकते हैं।
प्याज का पत्ता:
प्याज के पत्ते(onion leaves) में पोटेशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जिसकी मदद से ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में मदद मिलती है। क्योंकि ये खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ाता है। प्याज के पत्तों को कैल्शियम का रिच सोर्स माना जाता है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है। इसे खाने ने बोन डेंसिटी बढ़ती है और हड्डियां मजबूत होती हैं।
भिंडीः
भिंडी को दिल की सेहत के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। भिंडी में विटामिन ए, पोटेशियम, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और बीटा कैरोटीन भी भरपूर मात्रा पाए जाते हैं, जो दिल को होने वाले खतरे से बचाने में मदद करते हैं।
टमाटर:
रिसर्च के अनुसार बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में टमाटर मदद करता है और ब्लड क्लॉटिंग से भी बचाता है। इसका सेवन करने से दिल की बीमारी का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। इसलिए दिल की जुड़ी बीमारी से बचे रहने के लिए आप भी इसे अपनी डाइट में जगह दे सकते हैं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। हम इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved