उज्जैन। जिला अस्पताल में सालों से बंद पड़ी लिफ्ट के स्थान पर नई लिफ्ट लगाए जाने का काम करीब एक माह पहले शुरू हुआ था। काम की धीमी रफ्तार के कारण अभी यह शुरुआती चरणों में ही पहुंच पाया है। लिफ्ट शुरू नहीं होने के कारण जिला अस्पताल में प्रथम तल पर भर्ती मरीजों को अभी भी सीढिय़ों का सहारा लेना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में सालों पुरानी लिफ्ट पिछले ढाई साल से खराब होकर पूरी तरह बंद हो गई थी। अस्पताल प्रशासन ने इसे सुधरवाने के प्रयास भी किए थे लेकिन हर बार खर्च अधिक होने के कारण दो साल से इसकी मरम्मत करना भी बंद कर दिया था। लिफ्ट बंद हो जाने के कारण जिला अस्पताल के प्रथम तल पर स्थापित हड्डी वार्ड के मरीजों को इन दो सालों में बेहद कष्ट उठाने पड़े। मरीज को परिजन स्ट्रेचर पर रखकर सीढिय़ों के जरिये वार्डों तक पहुँचाते रहे। कई बार इससे मरीजों को परेशानी भी हुई। इधर 6 माह पहले जिला अस्पताल में राज्य शासन ने प्रदेश के चौबीस जिलों में नई लिफ्ट अस्पतालों में लगाए जाने के प्रस्ताव के तहत उज्जैन जिला अस्पताल में भी लिफ्ट लगाने के कार्य को मंजूरी दी थी। परंतु जिला अस्पताल प्रबंधन की लेटलतीफी के चलते 6 माह तक इसकी कार्य योजना को अंतिम रूप ही नहीं दिया जा सका था। पिछले महीने से यहाँ पुरानी लिफ्ट के स्थान पर नई लिफ्ट को लगाने का काम शुरू हुआ था। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार इस कार्य के तहत अभी तक कार्य स्थल पर प्रथम चरण के काम ही पूरे हुए हैं। लिफ्ट लगाने के लिए प्रारंभिक ढाँचा तैयार हो चुका है और अब आगे का तकनीकी काम किया जा रहा है।
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