जयपुर। राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड (kanhaiyalal massacre) से जुडे मामले में नए नए चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जो केस दर्ज किया है, उसमें उसने आरोप लगाया है कि हत्यारों के मंसूबे खतरनाक थे। उन्होंने कन्हैयालाल तेली की हत्या के वीडियो को सोशल मीडिया पर डाला, जिससे लोगों में धार्मिक आधार पर वैमनस्य बढ़े।
बता दें कि नेशनल जांच एजेंसी (NIA) मामलों की विशेष अदालत ने उदयपुर के कन्हैया हत्याकांड से जुडे मामले में गिरफ्तार किए गए पांचवें आरोपित मोहम्मद मोहसिन को 12 जुलाई तक पुलिस अभिरक्षा में एनआईए को सौंप दिया है। इससे पहले अदालत हत्याकांड के चार अन्य आरोपितों गौस मोहम्मद, रियाज, मोहसिन व आसिफ को भी 12 जुलाई तक एनआईए को पुलिस रिमांड पर सौंप चुकी है।
एनआईए (NIA) की ओर से मंगलवार को आरोपित मोहम्मद मोहसिन को कड़ी सुरक्षा में विशेष अदालत में पेश किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत के पीठासीन अधिकारी ने कोर्ट कक्ष से मीडियाकर्मियों सहित अन्य वकीलों को बाहर करने का आदेश देते हुए सिर्फ प्रकरण से जुडे लोगों को ही उपस्थित रहने को कहा। सू़त्रों के अनुसार एनआईए की ओर से मामले में प्रार्थना पत्र पेश कर कहा गया कि आरोपित से विस्तृत पूछताछ करनी है और उनके इंटरनेशनल कनेक्शन को लेकर भी जानकारी करनी है। इसके अलावा प्रकरण में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी जानकारी करनी है। प्रारंभिक जानकारी के तौर पर आरोपित के घटनास्थल की रेकी करने की बात सामने आ रही है। इसलिए उसे 12 जुलाई तक पुलिस अभिरक्षा में सौंपा जाए।
सुनवाई के दौरान एनआईए (NIA) की ओर से कहा गया कि अनुसंधान के लिए आरोपित को कई जगह लेकर जाने की जरूरत है। वह शातिर किस्म का आरोपित है। इसलिए उसे लाते- जे जाते समय हथकड़ी लगाने की अनुमति दी जाए। इसके अलावा उसे बापर्दा रखने की अनुमति भी दी जाए। इस पर विशेष अदालत ने एनआईए की दोनों प्रार्थनाओं को स्वीकार करते हुए उसे हथकड़ी लगाने और बापर्दा रखने की अनुमति देते हुए उसे 12 जुलाई तक पुलिस अभिरक्षा में एनआईए को सौंप दिया है।
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