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    सोम प्रदोष व्रत पर आनोखा संयोग, इस मुहूर्त में पूजा करने से मिलेगा विशेष लाभ

  • July 03, 2022

    नई दिल्‍ली। सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ (Lord Bholenath) की पूजा करने का विधान है. सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2022) 11 जुलाई को रखा जाएगा. यह व्रत रखने से जीवन में सुख शांति आती है और चंद्र दोष दूर होता है. आषाढ़ के महीने में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2022) रखा जाएगा. ऐसी मान्यता है कि जिन लोगों का चंद्र कमजोर होता है उन्हें सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2022) रखने से जीवन में सुख शांति प्राप्त होती है. कारोबार उन्नति करता है.

    पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 11 जुलाई दिन सोमवार को 11:13 से हो रहा है.

    त्रयोदशी तिथि का समापन 12 जुलाई दिन शुक्रवार को 7:46 पर होगा.

    सोम प्रदोष पूजा ( Som Pradosh Puja ) का शुभ मुहूर्त 7:22 से रात 9:24 तक रहेगा.



    11 जुलाई को बन रहे हैं चार शुभ योग
    11 जुलाई को सोम प्रदोष का व्रत (Som Pradosh Vrat) सर्वार्थ सिद्धि योग में रखा जाएगा. इस दिन शुक्ल योग सुबह से लेकर रात 9:00 बजे तक है. उसके बाद ब्रह्म योग बनेगा. रवि योग प्रातः काल 5: 15 से 5:32 तक है. सोम प्रदोष व्रत में रवि योग, शुक्ल योग, ब्रह्म योग और सर्वार्थ सिद्धि योग एक साथ बन रहा है. इन शुभ मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा.

    सोम प्रदोष व्रत 2022 का महत्व (Importance of Som Pradosh Vrat 2022)
    सोमवार प्रदोष व्रत अखंड सौभाग्य प्राप्त करने के लिए रखा जाता है. इसी दिन जया पार्वती व्रत भी है. अतः सोमवार के दिन पूजा-पाठ और अर्चना करने से व्रत रखने से भगवान भोलेनाथ के साथ-साथ माता पार्वती का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा. अखंड सौभाग्य और घर की उन्नति के लिए जया पार्वती का व्रत रखा जाता है. माता पार्वती की कृपा से घर धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाएगा. लोगों को आर्थिक और मानसिक कष्ट से मुक्ति मिल जाएगी.

    नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य जानकारी के लिए हैं हम इसकी सत्‍यता व जांच की पुष्टि नहीं करते हैं.

     

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