भोपाल। मध्यप्रदेश (MP) में बीते दो दिन से कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। बुधवार से यह और सक्रिय होने जा रहा है। राजस्थान से मध्यप्रदेश होते हुए ओडिशा (Odisha) तक बन रहे सिस्टम के कारण प्रदेश में मानसून (monsoon) की बारिश फिर से शुरू हो गई है। इसके लिए अरब सागर (Arabian Sea) से लगातार नमी मिल रही है। इसी कारण मंगलवार को भोपाल में कुछ इलाकों में 15 मिनट तक तेज बारिश हुई।
राजधानी स्थित मौसम केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा का कहना है कि बुधवार से प्रदेश भर में फिर से बारिश का दौर शुरू होगा। तीन से चार दिन तक अच्छी बारिश की संभावना है। इससे मध्यप्रदेश में मानसून भी सेट हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर मध्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। इसके साथ ही पूर्व-पश्चिम ट्रफ दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दक्षिणी ओडिशा होते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली है। इसे अरब सागर से नमी मिल रही है। इसी कारण भोपाल, रायसेन, बैतूल, शिवपुरी, अशोकनगर, आगर, दतिया, सागर, दमोह, दतिया, निवाड़ी, सिवनी, सतना, रीवा, शिवपुरी, सिंगरौली अैर अनूपपुर में कहीं-कहीं बारिश हो रही है। उत्तरी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल तट के समांतर ट्रफ है। पठारी भारतीय क्षेत्र के मध्य हिस्सों में हवाएं सक्रिय हैं। दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा अभी भी दीसा, रतलाम, शिवपुरी, रीवा और चुर्क से गुजर रही है। उड़ीसा में भी नया सिस्टम तैयार हो रहा है। इससे मानसून रफ्तार पकड़ लेगा।
मध्यप्रदेश में मानसून सक्रिय तो गया है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में मंगलवार को बनने वाला चक्रवात सक्रिय नहीं हो पाया है। इसके कारण ज्यादा बारिश नहीं हो रही है। अरब सागर सागर से नमी आने के कारण प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो रही है। इसी कारण मंगलवार को प्रदेश भर में तापमान भी चढ़ा रहा। ग्वालियर में अधिकतम तापमान 42 तक पहुंच गया। इसके अलावा खजुराहो और टीकमगढ़ में भी पारा 40 के पार निकल गया। पचमढ़ी में सबसे कम 29 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में अधिकतम तापमान 35, जबलपुर में 36 और इंदौर में 33 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
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