• img-fluid

    नेशनल हाईवे पर बने चंबल नदी के पुल में आई दरार, हैवी वाहनों पर रोक

  • June 27, 2022

    भिंड: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले चंबल नदी पर स्थित पुल में दरार आ गई है. नेशनल हाइवे-92 पर बने चंबल नदी के पुल में दरार आने के कारण एक बार फिर पुल से भारी वाहनों का आवागमन बंद किया जा रहा है. प्रशासन के आदेशानुसार, रविवार रात से पुल पर से भारी वाहनों का आवागमन बंद है. सोमवार से इसके मरम्मत का कार्य चल रहा है. हालांकि इसके बंद से दोनों राज्यों के बीच का संपर्क नहीं टूटा, लेकिन लंबा जरूर हो गया है.

    ये पुल भिंड जिले में चंबल नदी के पुल पर बना है, जो मध्य प्रदेश को उत्तर प्रदेश के इटावा से जोड़ता है. बताया जा रहा है कि इस पुल पर होने वाली चेकिंग के दौरान भारी जाम लग जाता है. इस वजह से इस पुल में दरार आ गई है. मरम्मत का कार्य 27 जून रात तक पूरा होने तक पुल पर आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी. हालांकि, इस अवधि में हलके वाहनों को पुल से निकालने के लिए इजाज़त रहेगी.


    ग्वालियर-इटावा नेशनल हाईवे-92 पर स्थित चंबल नदी पर 1976 में बना ये पुल खतरनाक है. पिछले कुछ सालों में ये कई बार क्षतिग्रस्त हो चुका है. जब भी प्रशासन ने इस पुल पर आवागमन बंद करता है. स्थानीय लोगों के साथ ही यात्री वाहनों के अलावा व्यापारिक वाहनों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है. इस पुल के बंद होने से उत्तर प्रदेश पहुंचने के लिए लोगों को करीब 60 किमी अधिक दूरी तय करनी पड़ती है.

    यातायात बहाल रखने के लिए चम्बल पुल के बजाय भारी वाहनों का आवागमन परिवर्तित मार्ग द्वारा रहेगा, जिसमें भिंड की ओर जाने वाले वाहन जालौन और शिकोहाबाद के रास्ते भिंड जाएंगे या चकरनगर-सहसों-फूप होते हुए भिंड जाएंगे. वहीं, भिंड की ओर से आगरा-कानपुर जाने वाले वाहन उसी रास्ते से आवागमन करेंगे.

    Share:

    फोन कॉल ने ग्‍वाल‍ियर रेलवे स्टेशन पर मचाया हड़कंप, जानिए क्या है मामला

    Mon Jun 27 , 2022
    ग्‍वाल‍ियर: मध्‍य प्रदेश के ग्वालियर शहर में एक कॉल ने पूरे रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मचा दिया है. यह फोन कॉल बम की खबर को लेकर एक अज्ञात व्यक्ति ने डायल 100 गाड़ी पर क‍िया था. अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर कहा था कि ग्वालियर की रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बम रखा […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    गुरुवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved