डिंडौरी: मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले से रिश्तों की अजीबो-गरीब खबर है. यहां 10 साल की बहन ने अपनी बड़ी बहन को मुखाग्नि दी. बहन का बहन को मुखाग्नि देना तो खास बात है ही, लेकिन इस परिवार की कहानी किसी भी दुखभरी फिल्मी कहानी से कम नहीं. जिस परिवार की बेटी की मौत हुई, वह परिवार शहर के बड़े और प्रतिष्ठित खानदान से रिश्ता रखता है. लेकिन, परिजनों की बेरूखी की वजह से इस परिवार के दर-दर तक भटकने की नौबत आ गई.
यहां तक कि इस प्रतिष्ठित खानदान ने अपनी बेटी का अंतिम संस्कार तक नहीं कराया. इंटरकास्ट शादी ने इस परिवार पर दुखों का पहाड़ ला दिया. बड़े खानदान की बहू जीवन जीने के लिए मजदूरी जैसा काम कर कड़ा संघर्ष कर रही है. दिल को झकझोर देने वाली यह घटना जिला मुख्यालय की है. यहां एक प्रतिष्ठित परिवार ने अंतर्जातीय विवाह और प्रापर्टी विवाद के चलते अपनी बहू व उसके बच्चों से कई साल पहले रिश्ता तोड़ लिया था.
लेकिन जब उनका अपना खून, अपनी बेटी पूजा सोनी जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही थी तब भी उस प्रतिष्ठित परिवार के किसी भी सदस्य का दिल नहीं पसीजा. मदद करना तो दूर कोई उसे देखने अस्पताल तक नहीं पहुंचा. दरअसल प्रदीप और अलका ने कई साल पहले इंटरकास्ट शादी की थी. करीब दस साल पहले प्रदीप की मौत हो गई और परिवारवालों ने बहू से रिश्ता तोड़ दिया.
आर्थिक तंगी से जूझ रहे प्रदीप और अलका को चार संतानें हुई थीं. इनमें से एक-एक कुछ संतानों की मौत हो गई. इसके बाद अलका मेहनत-मजदूरी करके अपनी दो बेटियों पूजा और प्रीति का पेट पालती रही. अलका ने एक साल पहले अपनी बेटी पूजा की शादी की थी. लेकिन, उसके दामाद ने बेटी पूजा को छोड़ दिया. तबसे पूजा अपनी मां अलका और बहन प्रीती के साथ रह रही थी. पिछले कुछ दिनों से पूजा बीमार थी, जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था. मंगलवार शाम इलाज के दौरान पूजा की मौत हो गई. उस वक्त भी अलका ने अपने ससुराल वालों से मदद मांगी, लेकिन परिवार के लोग उसे देखने तक नहीं पहुंचे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved