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राजधानी के कई इलाकों में गुल होगी रही बिजली

June 23, 2022

  • आधे घंटे की बारिश में लबालब हुआ भोपाल, प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से पर छाया मानसून

भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून रफ्तार पकड़ रहा है। राजधानी भोपाल में बुधवार को दिनभर की गर्मी और उमस के बाद शाम को झमाझम बारिश हुई। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। शाम को हुई तेज बारिश के चलते राजधानी के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। वहीं, पेड़ गिरने की भी खबरें हैं। तुलसी नगर, एमपी नगर, पुल बोगदा, कोलार, होशंगाबाद रोड, अयोध्या बायपास, करोंद, अवधपुरी समेत 20 से ज्यादा कॉलोनियों में बिजली गुल हो गई। कई कॉलोनी में तो 2 घंटे से ज्यादा समय से बिजली बंद रही और लोगों को परेशान होना पड़ा। रात 9 बजे बाद भी कई इलाकों में बिजली गुल है।


लोगों को जिस घड़ी का बेसब्री से इंतजार था, आखिरकार वो आ गई है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में गरज-चमक के साथ अच्छी वर्षा शुरू हो गई है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो चंबल, उज्जैन, ग्वालियर संभाग को छोड़कर मानसून ने प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से को कवर कर लिया है। इसमें सबसे ज्यादा वर्षा दक्षिण मध्य प्रदेश में हो रही है। प्रदेश के अन्य भागों में रुक-रुक कर वर्षा हो रही है।हालांकि इसका असर उच्चतम तापमान पर नहीं हुआ है, क्योंकि वर्षा ने उमस बढ़ा दी है। मंगलवार को भोपाल का तापमान 33.1 डिग्रीसे था, जो बुधवार को बढ़कर 36.1 डिग्रीसे. हो गया। वहीं जबलपुर का तापमान 32.8डिग्रीसे, से बढ़कर 35.8 डिग्रीसे, ग्वालियर का 37.3डिग्रीसे, से बढ़कर 39.8 डिग्रीसे. और इंदौर का 33.4 से बढ़कर 33.7 डिग्रीसे. हो गया।

कहीं वर्षा, तो कहीं शुष्क रहा मौसम
मौसम विज्ञानी डा. ममता यादव ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा पोरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा, चुर्क से होकर ही गुजर रही है। आने वाले दो-तीन दिनों में यह पूरे प्रदेश में अच्छी वर्षा शुरू करेगा, जो करीब चार दिन तक चलेगी। बीते 24 घंटे की बात करें, तो प्रदेश के भोपाल, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर एवं जबलपुर, सागर, शहडोल, ग्वालियर, चंबल एवं नर्मदापुरम संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हुई है। भोपाल में 1.8, सतना में 26.0 , इंदौर में 0.4, धार में 4.0, खंडवा में 3.0, खरगोन में 0.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इधर रीवा संभाग के जिलों में मौसम मुख्यत: शुष्क रहा।

ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ जम्मू के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में ऊपरी क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के साथ अवस्थित है। वहीं पूर्व-पश्चिम ट्रफ पश्चिमोत्तर राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। साथ ही पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर प्रेरित चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। इधर दक्षिणी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल तट के समांतर अपतटीय ट्रफ विस्तृत है। साथ ही पूर्वी झारखंड/ संलग्न ओड़ीशा क्षेत्र के ऊपर भी चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिणी झुकाव के साथ सक्रिय है। द.प. मानसून की उत्तरी सीमा पोरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा और चुर्क से गुजर रही है। इन सभी मौसम प्रणालियों के असर से नमी मिलने के कारण मप्र में बौछारें पड़ रही हैं। गुरुवार को नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभागों के जिलों में तेज बौछारें पडऩे की संभावना है।

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