नई दिल्ली. आज के समय की गतिहीन जीवन शैली (lifestyle) और खराब खान-पान ने कई स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को जन्म दिया है. सबसे आम में से एक थायराइड विकार है. थायराइड (thyroid) एक छोटी तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो गर्दन के निचले हिस्से के बीच में मौजूद होती है. भले ही यह एक छोटा अंग है, लेकिन हमारे शरीर में इसकी कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं होती हैं. यह ग्रंथि थायराइड हार्मोन (thyroid hormone) का उत्पादन करती है जो विकास, कोशिका की मरम्मत और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में मदद करती है. ग्रंथि द्वारा उत्पादित हार्मोन की मात्रा में कोई भी असंतुलन थकान, बालों के झड़ने, वजन बढ़ने, ठंड लगने और कई अन्य लक्षण पैदा कर सकता है.
थायरॉयड ग्रंथि और आपकी डाइट के बीच संबंध
थायराइड रोग दो प्रकार के होते हैं – हाइपोथायरायडिज्म (कम हार्मोन का उत्पादन होता है) और हाइपरथायरायडिज्म (अधिक हार्मोन का उत्पादन होता है). दोनों स्थितियां अलग-अलग बीमारियों के कारण होती हैं जो थायरॉयड ग्रंथि के काम करने के तरीके को प्रभावित करती हैं.
थायराइड रोग के लक्षणों (symptoms) को मैनेज करने में डाइट एक अहम भूमिका निभाती है. एक पौष्टिक और अच्छी तरह से बैलेंस डाइट थायराइड की समस्या का इलाज करने में मदद नहीं कर सकता है, लेकिन सही दवा के साथ मिलाने जाने पर यह लक्षणों को कम कर सकता है. आयोडीन, कैल्शियम और विटामिन डी(Calcium and Vitamin D) जैसे कुछ आवश्यक पोषक तत्वों (nutrients) से भरपूर फूड्स लेने से लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है. यहां 4 फल हैं जो आपकी डाइट का हिस्सा होने चाहिए.
1. सेब
सेब स्वास्थ्यप्रद फूड्स में से एक है और दुनिया भर में काफी लोकप्रिय है. रोजाना एक सेब खाने से वजन बढ़ने से रोका जा सकता है. ब्लड शुगर लेवल को मैनेज किया जा सकता है और थायरॉइड ग्लैंड को भी काम करने की स्थिति में रखा जा सकता है. अध्ययनों से पता चलता है कि सेब आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई कर सकता है जो थायरॉयड ग्रंथि को अच्छी तरह से काम करने में मदद करता है. सेब कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करता है और थायरॉइड, मोटापा और हृदय रोग से बचाता है.
2. जामुन
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होने के कारण, जामुन आपके थायरॉइड अंगों के लिए बेहतरीन हैं. वे थायराइड हार्मोन के उत्पादन को प्रोत्साहित करने और उन्हें सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करते हैं. जामुन में विटामिन और खनिज भी होते हैं जो हमें मुक्त कणों से होने वाले ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं. अगर आप डायबिटीज और वजन बढ़ने से पीड़ित हैं, तो दो समस्याएं जो थायराइड रोग के मामले में आम हैं. जामुन भी फलों का पसंदीदा विकल्प है.
3. संतरे
विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर, संतरा आपके कोशिकाओं को और नुकसान से बचाते हुए मुक्त कणों को बेअसर कर सकता है. मुक्त कण थायरॉयड ग्रंथि में सूजन पैदा करते हैं और इसके कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं. विटामिन सी भी इम्यूनिटी को बढ़ाता है, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है, कोलेस्ट्रॉल लेवल का मैनेज करता है, त्वचा की क्षति को रोकता है और घावों को ठीक करने में मदद करता है.
4. अनानास
अनानास में विटामिन सी और मैंगनीज की उच्च मात्रा होती है, ये दोनों पोषक तत्व हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं. इस खट्टे फल में विटामिन बी भी होता है जो थायरॉइड के लक्षणों में से एक थकान को दूर करने में मदद कर सकता है. अनानास का सेवन कैंसर, ट्यूमर और कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए भी अच्छा होता है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें. कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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