– वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके यात्री कोरोनाकाल के पहले की तरह जा सकेंगे थाईलैंड
– दुनिया में कम होते कोरोना के मामलों को देखते हुए थाई सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए दी नियमों में छूट
इंदौर। थाईलैंड (thailand) जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। 1 जुलाई से थाईलैंड जाने से पहले न तो यात्रियों को ट्रेवल इंश्योरेंस करवाना जरूरी होगा न ही थाई पास लेना। यात्री कोरोनाकाल के पहले की तरह आसानी से थाईलैंड (thailand) जा सकेंगे। दुनिया में कम होते कोरोना के मामलों को देखते हुए थाई सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नियमों में छूट की घोषणा की है।
भारत से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के मामले में थाईलैंड (thailand) सबसे ज्यादा पसंदीदा देश के रूप में देखा जाता है। कोरोनाकाल के पहले जारी हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक थाईलैंड में आने वाला हर तीसरा विदेशी भारतीय होता है, लेकिन महामारी के दौरान थाईलैंड ने पर्यटकों के आने पर रोक लगा दी थी। जब रोक हटाई गई तो कई सख्त नियम बनाए गए। इसके तहत शुरुआत में हर यात्री को 10 हजार डॉलर का ट्रेवल इंश्योरेंस, थाईलैंड (thailand) जाने पर आरटीपीसीआर जांच और रिपोर्ट आने तक होटल में क्वारेंटाइन और इस सबसे पहले थाई पास जरूरी था। वहीं 1 मई से नियमों में थोड़ी छूट देते हुए थाई सरकार ने ट्रेवल इंश्योरेंस की राशि 10 हजार डॉलर करने के साथ ही वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके यात्रियों के लिए वहां पहुंचने पर आरटीपीसीआर जांच की अनिवार्यता को खत्म कर दिया था। यात्रियों को थाई पास लेना जरूरी रखा गया। लेकिन अब सरकार ने घोषणा करते हुए कहा है कि 1 जुलाई से थाईलैंड (thailand) जाने वाले यात्रियों को न तो ट्रेवल इंश्योरेंस लेना जरूरी होगा न ही थाई पास। यानी यात्री सिर्फ वैक्सीन की फाइनल रिपोर्ट के साथ थाईलैंड (thailand) जा सकते हैं। जिन यात्रियों को वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगें हैं उन्हें थाईलैंड जाने के बाद वहीं पर आरटीपीसीआर जांच करवाना होगी।
भारत के एयर सुविधा पोर्टल जैसा है थाई पास
ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्य अमोल कटारिया ने बताया कि जैसे भारत में विदेश से आने वाले हर यात्री के लिए एयर सुविधा पोर्टल पर अपनी सारी जानकारी ऑनलाइन दर्ज करना जरूरी है, वैसे ही थाई पास की व्यवस्था भी है। इसके लिए यात्री को अपनी सभी निजी जानकारी देने के साथ ही ट्रेवल इंश्योरेंस, होटल बुकिंग, पासपोर्ट, वैक्सीन सर्टिफिकेट जैसी चीजें अपलोड करना होती थीं। इसके बाद एक घंटे में सरकार ऑनलाइन ही थाई पास जारी करती थी। कम पढ़े-लिखे और बुजुर्ग यात्रियों के लिए यह आसान नहीं होता था। वहीं ट्रेवल इंश्योरेंस के लिए करीब 600 रुपए भी चुकाना पड़ते थे। अब इन चीजों की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है, जिससे यात्रा ज्यादा आसान होगी। हालांकि यात्रियों को अपनी सुरक्षा के लिए ट्रेवल इंश्योरेंस करवाना चाहिए, ताकि यदि आप वहां जाकर संक्रमित हो जाते हैं तो वहां नि:शुल्क इलाज मिल जाता है।
थाई टूरिज्म में फिर आएगा उछाल
कटारिया ने बताया कि कोरोनाकाल से पहले इंदौर से हर माह पांच से छह हजार लोग थाईलैंड (thailand) जाते थे। कोरोनाकाल के बाद यह संख्या घटकर पांच सौ के करीब रह गई थी, लेकिन नियमों में धीरे-धीरे छूट के कारण अभी हर माह दो हजार से ज्यादा लोग जा रहे हैं। वहीं 1 जुलाई से यह संख्या और बढ़ेगी और पर्यटन पहले की तरह हो सकेगा। इसका असर अभी से नजर आने लगा है और वहां होटलों में बुकिंग मिलना मुश्किल हो रहा है।
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