• img-fluid

    कब है देवशयनी एकादशी? जानें तिथि, महत्‍व व पूजा विधि

  • June 14, 2022

    नई दिल्‍ली। हिंदू पंचांग (Hindu calendar) के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) कहते हैं. इस दिन भक्त व्रत रखकर भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की विधि पूर्वक पूजा करते हैं. पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu)4 महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं. इस दौरान पृथ्वी लोक का उत्तरदायित्व भगवान शिव(Lord Shiva) पर होता है. इन 4 महीनों में विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. धार्मिक मान्यता है कि देवशयनी एकादशी व्रत नियम पूर्वक रखने और विधि विधान पूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को असीमित शुभ लाभ मिलता है.

    देवशयनी एकादशी 2022 व्रत का महत्व (Devshayani Ekadashi Importance 2022)
    भगवान विष्णु को प्रसन्न करने और सारी मनोकामना पूरी करने के लिए भक्तों को इनकी पूजा में इन पूजन सामग्रियों को समाहित करना चाहिए. इससे भगवान विष्णु बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा भक्तों पर होती है. उनके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. घर में सुख-शांति, मान- सम्मान, पद प्रतिष्ठा की वृद्धि होती है. मान्यता है कि एकादशी व्रत करने से मनुष्य सभी सुखों को भोगकर अंत में मुक्ति पा जाता है.

    देवशयनी एकादशी व्रत 2022 पूजन सामग्री की लिस्ट (Devshayani Ekadashi Vrat 2022 Samagri List)



    श्री विष्णु जी का चित्र या मूर्ति, चंदन,मिष्ठान, पुष्प, सुपारी, लौंग, दीप, अक्षत, नारियल, पंचामृत, तुलसी दल, घी फल
    धूप. आदि.

    पूजन विधि:
    इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजन की जाती है ताकि चार महीने तक भगवान विष्णु की कृपा बनी रहे.
    – मूर्ति या चित्र रखें
    – दीप जलाएं
    – पीली वस्तुओं का भोग लगाएं.
    – पीला वस्त्र अर्पित करें.
    – भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें. अगर कोई मंत्र याद नहीं है तो सिर्फ हरि के नाम का जाप करें. हरि का नाम अपने आप में एक मंत्र है.
    – जप तुलसी या चंदन की माला से जप करें.
    – आरती करें.

    – विशेष हरिशयन मंत्र का उच्चारण करें…
    1. देवशयनी एकादशी संकल्प मंत्र

    सत्यस्थ: सत्यसंकल्प: सत्यवित् सत्यदस्तथा।
    धर्मो धर्मी च कर्मी च सर्वकर्मविवर्जित:।।
    कर्मकर्ता च कर्मैव क्रिया कार्यं तथैव च।
    श्रीपतिर्नृपति: श्रीमान् सर्वस्यपतिरूर्जित:।।

    2. देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का मंत्र –
    सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जगत सुप्तं भवेदिदम।
    विबुद्धे त्वयि बुध्येत जगत सर्वं चराचरम।

    3. देवशयनी एकादशी विष्णु क्षमा मंत्र

    भक्तस्तुतो भक्तपर: कीर्तिद: कीर्तिवर्धन:।
    कीर्तिर्दीप्ति: क्षमाकान्तिर्भक्तश्चैव दया परा।।

    नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य जानकारी के लिए हैं हम इसकी जांच का दावा नही करते हैं।

    Share:

    इलाज के लिए सिंगापुर जायेंगे लालू प्रसाद यादव, अदालत ने पासपोर्ट रिलीज करने का दिया आदेश

    Tue Jun 14 , 2022
    रांची । राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख (RJD Chief) एवं बिहार (Bihar) के पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM) लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के लिए सिंगापुर (Singapore) जाकर इलाज (Treatment) कराने का रास्ता साफ हो गया (Way Cleared) । रांची स्थित सीबीआई स्पेशल कोर्ट (CBI Special Court) ने मंगलवार को उनका पासपोर्ट रिलीज करने (Release […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved