भोपाल। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आज नाम वापसी होना है। इसके बाद पंचायतों में चुनाव की स्थिति साफ होगी।
अभ्यर्थी दोपहर तीन बजे तक नाम वापस लेकर मैदान छोड़ सकेंगे। इसके बाद जो मैदान में बचेंगे, उन्हें प्रतीक चिह्न आवंटित किए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने ग्राम पंचायत के पंच पद के लिए कुल्हाड़ी सहित 10 प्रतीक चिह्न तय किए हैं। आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि पहले चरण का मतदान 25 जून, दूसरे चरण का एक जुलाई व तीसरे चरण का आठ जुलाई को होगा। सुबह सात से अपराह्न तीन बजे तक मतदान किया जा सकेगा।
जिला पंचायत सदस्य के लिए
तीर कमान, दो पत्तियां, उगता सूरज, पतंग, छाता, गाड़ी, लालटेन, फावड़ा और बेलचा, बिजली का बल्ब, सिलाई मशीन, हाथ चक्की, टेबल पंखा, स्लेट, रेडियो, हारमोनियम, दो तलवार-एक ढाल, पिचकारी, मटका, अंगूठी, बल्ला, चाबी, मोमबत्तियां, कढ़ाई, सीटी, सिर पर टोकरी रखे औरत, लड़का-लड़की, नाव, बेंच, गैस सिलेंडर, गैस स्टोव, सिगड़ी, संसी, गैस बत्ती, गुब्बारा, मेज, कुर्सी, मोरपंख, पीपल का पत्ता और सूरजमुखी।
जनपद पंचायत सदस्य के लिए
ब्लैक बोर्ड, बरगद का पेड़, झोपड़ी, ट्रैक्टर चलाता किसान, तराजू, फसल काटता किसान, मशाल, अलमारी, सीलिंग फेन, टीवी, रेल का इंजन, टेलीफोन, डीजल पंप, प्रेशर कुकर, कप प्लेट, लेटर बाक्स, आरी, कंघी, ढोलक, ड्रम, भोंपू, चारपाई और दरवाजा।
सरपंच के लिए
चश्मा, कांच का गिलास, फलों के साथ नारियल का पेड़, हाथ से चलने वाला पंप, ताला-चाबी, अनाज बरसाता किसान, सब्जियों की टोकरी, घंटी, टेबल लैंप, खंभे पर ट्यूब लाइट, हार, किताब, स्टूल, कलम-दवात, कुआं, गेहूं की बाली, बस, पुल, नल, लट्टू, जग, हाकी और गेंद, टोप और वायलिन।
पंच के लिए
सीढ़ी, फावड़ा, बाल्टी, हल, कुल्हाड़ी, बिजली का स्विच, मक्के का भुट्टा, कैंची, केतली और बेलन।
अतिरिक्त प्रतीक चिह्न
बनियान, कमीज, फ्राक, गुलाब का फूल, पोत, स्कूटर, जीप, वायुयान, रोड रोलर, सेव, मूली, आम, केला और लेडी पर्स आदि चिह्नों का इस्तेमाल अधिक अभ्यर्थी होने पर किया जा सकेगा
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