भोपाल। भोपाल रेल मंडल के 15 हजार से अधिक रेलकर्मी पर्यावरण को बचाने के लिए एक-एक पौधा लगाएंगे। इन पौधों का रोपण इस बारिश की शुरूआत के बाद से किया जाएगा। ये पौधे रेलकर्मी घर के बाहर, आंगन में, रेलवे कालोनी की खाली जमीन, पार्क में व रेलवे के दफ्तर की खाली जमीन में लगाएंगें। रेलवे ऐसे रेल कर्मियों का प्रशस्ति पत्र देकर उत्साहवर्धन करेगा। रेलकर्मियों को सलाह दी गई है कि वे हर्रा, बेहड़ा, महुआ, आम, जामुन, बरगद, नीम, पीपल, आंवला, कुसुम, शीशम, तेदू, कराई, सागौन आदि प्रजाति के पौधे लगाएं।
ऐसे मिलेगा प्रशस्ति पत्र
इन रेलकर्मियों को प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। इसके लिए इन्हें निसर्ग मोबाइल एप में लगाए गए पौधे की फोटो खींचकर अपलोड करनी होगी। ये मोबाइल एप रेलवे ने तैयार करवाया है, जो इटारसी डीजल शेड के अधिकारी, कर्मचारियों ने मिलकर तैयार किया है। इसकी लिंक सभी रेलकर्मियों को उपलब्ध करवा दी है। इस एप में मंडल के सभी रेलकर्मियों का डाटा उपलब्ध है। यह पहल भोपाल रेल मंडल के डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय की सलाह पर की जा रही है, जो रेलवे में इस तरह का पहला नवाचार है। संबंधित रेल रेलकर्मी फोटो अपलोड करने के कुछ दिन बाद डिजिटल प्रशस्ति पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
इसलिए पड़ी जरूरत
पेड़ प्रकृति का दिया हुआ एक उपहार हैं। कोरोना काल में कोरोना वायरस ने जीवन के लिए संकट पैदा कर दिया था। कृत्रिम आक्सीजन की जरुरत पड़ गई थी, जिसे खरीदना पड़ा था। हजारों लोगों की जान आक्सीजन नहीं मिल पाने के कारण चली गई थी। मौत के लिए ऐसे संक्रमितों के स्वजन दर—दर की ठोंकरे खा रहे थे। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। प्राणवायु के इस संकट को सभी ने नजदीक से जिया है। महामारी के इस दौर ने आक्सीजन का प्रत्येक अहसास कराया था। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि वातावरण में आक्सीजन का स्तर बना रहे और पर्यावरण का संरक्षण होता रहे, इसलिए पौधे लगवा रहे हैं। यह सभी रेल कर्मी स्वेच्छा से करने के लिए तैयार भी हैं।
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