रामपुर । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां (azam khan) से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं।
बता दें कि आजम खां azam khan के अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। इससे पहले अखिलेश यादव और आजम खां के बीच तल्खी व मनमुटाव के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन इस मुलाकात ने इन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है।
माना यह भी जा रहा है कि रामपुर में होने वाले लोकसभा उप चुनाव (Lok Sabha by-election) में भाजपा के संभावित प्रत्याशी मुख्तार अब्बास नकवी के मुकाबले सपा नेता आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा उतर सकती हैं। माना जा रहा है कि बुधवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल मे आजम-अखिलेश की मुलाकात के दौरान उनके नाम पर मुहर लग गई है और गुरुवार को इसका ऐलान भी हो सकता है।
यहां तक कि पिछले लोकचुनाव में भी नेतृत्व से नाराज चल रहे आजम खान ने पहले चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया था लेकिन बाद में प्रत्याशी बने और जीते भी। इस बार भी वैसी ही स्थिति बनी। वह अर्से से अखिलेश से नाराज बताए जा रहे हैं। उनके मीडिया प्रभारी फसाहत खान शानू ने अखिलेश यादव पर हमला बोला था। यहां तक कि आजम के अलग पार्टी तक बनाए जाने का इशारा कर दिया था। खुद आजम ने जेल से रिहा होने पर अपनी तबाही के लिए अपनों को जिम्मेदार बताया था। वह शपथ ग्रहण के बाद भी अखिलेश से नहीं मिले। माना जा रहा है कि इसके बाद ही सपा में आजम को मनाने की कोशिश शुरू हुई। आजम को जेल से रिहा कराने वाले कपिल सिब्बल को सपा की ओर से राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया गया। अब बुधवार को दिल्ली के अस्पताल में आजम से मिलने अखिलेश खुद पहुंचे। इस बैठक में काफी हद तक गिले-शिकवे दूर हो गए।
सूत्रों की मानें तो इस बैठक में ही तजीन फातिमा के नाम पर मुहर लग गई है। हालांकि, अब्दुल्ला आजम खां का दावा है कि यह मुलाकात महज हालचाल लेने तक है। उधर, भाजपा ने भी अभी रामपुर में प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, लेकिन राज्यसभा टिकट से वंचित मुख्तार अब्बास नकवी का यहां से भाजपा के टिकट पर लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। तय है कि ऐसा होता है तो यह मुकाबला काफी दिलचस्प होगा क्योंकि 2009 के लोकसभा चुनाव में नकवी की यहां से जमानत जब्त हो चुकी है।
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