नई दिल्ली: राष्ट्रीय लोक दल ( Rashtriya Lok Dal) के प्रमुख जयंत चौधरी और उनका राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश के बाद अब जल्द ही राजधानी दिल्ली में भी पांव पसारते दिख सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय लोक दल (RLD) आने वाले वक्त में दिल्ली के एमसीडी चुनाव (MCD Election) में हिस्सा ले सकती है. एमसीडी चुनाव में अगर उसे अच्छा वोट और समर्थन मिलता है तो बाद में विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) और लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में भी किस्मत आजमाने पर भी विचार किया जाएगा.
जयंत चौधरी जाट बिरादरी से आते हैं. दिल्ली के कई हिस्सों में जाट बिरादरी के काफी लोग रहते हैं. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश और हरियाणा मूल के भी कई लोग यहां रहते और काम करते हैं. लिहाजा आने वाले एमसीडी चुनाव में आरएलडी की एंट्री का पायलट प्रोजेक्ट लगभग तय तैयार माना जा रहा है. हालांकि अभी इसे लेकर औपचारिक तौर पर कोई पुष्टी नहीं हुई है.
वैसे सूत्रों के मुताबिक, जयंत चौधरी के दिल्ली स्थित दफ्तर और उनके आवास पर पिछले कई दिनों से इस मुद्दे पर काफी चर्चा हुई है. इसे लेकर संवाददाता ने जयंत चौधरी से बात करने की कोशिश की, हालांकि उन्होंने फिलहाल इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित विज्ञान भवन में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत चौधरी चरण सिंह की पुन्यतिथि के मौके पर आज यानी 29 मई को कार्यक्रम आयोजित किया गया है. चौधरी चरण सिंह का ये श्रद्वांजलि सभा कार्यक्रम विज्ञान भवन में पहली बार आयोजित किया गया, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में विभिन्न पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं, केंद्रीय मंत्री, सामाजिक कार्यों में जुटी संस्थाओं के प्रमुख को भी निमंत्रण भेजा गया.
सूत्रों के मुताबिक, मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला, राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता शरद यादव, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, यूपी के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, वाम नेता सीताराम येचुरी, डी. राजा, जय पांडा, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव, भारतीय किसान यूनियन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैट और किसान नेता सुरेन्द्र नागर समेत कई नेता इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.
भारत के पांचवें प्रधानमंत्री के तौर पर चौधरी चरण सिंह का कार्यकाल बहुत ज्यादा लंबा नहीं रहा था, लेकिन आज भी पूरे देश में एक किसान नेता के तौर पर उनका और उनके बेटे चौधरी अजीत सिंह का नाम काफी सम्मान से लिया जाता है. उत्तर प्रदेश में इस पार्टी का अच्छा खासा समर्थक वर्ग भी है. यूपी में राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के बीच राजनीतिक गठजोड़ है. इसी के तहत जयंत चौधरी की राज्यसभा की उम्मीदवारी भी तय हुई है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved