4 माह की बच्ची से लेकर देवरानी जेठानी भी सडक़ों पर मिलीं भीख मांगते
इंदौर। बच्चों और महिलाओं द्वारा इंदौर के प्रमुख चौराहों (Major Squares of Indore) पर भिक्षावृत्ति की जाती है, जिसे रोकने के लिए कल निगमायुक्त (municipal commissioner) ने प्रमुख चौराहों पर अभियान चलाया, क्योंकि भोपाल में खुद मुख्यमंत्री (Chirf Minister) ठेला लेकर आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए खिलौने और अन्य सामग्री एकत्रित कर रहे थे। चार माह की बच्ची से लेकर देवरानी-जेठानी सडक़ों पर भीख मांगती मिली। 16 बच्चे और 11 महिलाओं को रेस्क्यू भी किया गया।
नगर निगम द्वारा पूर्व में भी ठंड के दिनों में फुटपाथों पर सोने वालों को उठाकर रैन बसेरा में भिजवाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भिखारी शामिल थे। अब कल भी उसी तरह का अभियान एनजीओ संस्था प.पू. रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एंड एज्युकेशन सोसायटी की प्रमुख रुपाली जैन के साथ चलाया। आयुक्त प्रतिभा पाल के निर्देश पर छोटी ग्वालटोली, सरवटे, रेलवे बस स्टैंड, एमवाय, महू नाका, व्हाइट चर्च, विजय नगर, टावर चौराहा, भंवरकुआ चौराहा व अन्य स्थानों से छोटे-छोटे बच्चों के साथ भीख मांगने वाली महिलाओं को भी पकडक़र पुनर्वास केन्द्र लाया गया। वहीं पलासिया थाना प्रभारी ज्योति शर्मा ने भी बच्चों और महिलाओं को समझाइश दी। रुपाली जैन ने बताया कि इस अभियान में चार माह की मासूम बच्ची को भी इस भीषण गर्मी में चौराहों पर गोद में लेकर भीख मांगी जा रही थी। वहीं देवरानी-जेठानी भी भीक्षावृत्ति में लिप्त मिली, तो रसोमा चौराहा पर एक ऐसी महिला मिली, जिसके 6 बच्चे हैं, जिनके साथ वह खुद भीख मांगती है। 16 बच्चे और 11 महिलाओं को समझाइश दी गई और उनमें से कुछ बच्चों को नेहलाया और उन्हें बिस्किट, चॉकलेट और खिलौने भी दिए गए।
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