नई दिल्ली। दिमाग इंसानी (brain human) शरीर का सबसे अहम अंग होता है. बॉडी का हर पार्ट दिमाग से ही काम करता है. सोचने और समझने की क्षमता भी दिमाग पर ही निर्भर करती है. उदाहरण के लिए जब दिमाग हाथ तक सिग्नल भेजता है तभी हमारा हाथ कोई काम करता है. अगर दिमाग सिग्नल नहीं भेजेगा तो हाथ भी काम नहीं करेंगे. इसलिए शरीर को सही तरह से काम कराने के लिए दिमाग की सेहत का भी खास ख्याल रखना जरूरी होता है. हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया के रिसर्चर्स ने एक स्टडी की है, जिसमें बताया गया है कि एक छोटी कटोरी क्रैनबेरी (Cranberry) खाने से दिमाग तेज हो सकता है, खराब कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol) कम हो सकता है और डिमेंशिया को कम करने में भी मदद मिल सकती है. क्रैनबेरी लाल रंग का फल होता है, जिनका आकार काफी छोटा होता है. औषधीय गुण और पोषक तत्व (Nutrients) से भरपूर क्रैनबेरी के कई फायदे होते हैं.
12 हफ्ते में दिखा असर
क्रैनबेरी (cranberry) का स्वाद काफी कड़वा होता है. क्रैनबेरी दी यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया की रिसर्च के मुताबिक, जिन लोगों को क्रैनबेरी के पाउडर का सेवन किया था उन लोगों ने 12 हफ्ते बाद मेमोरी बेहतर हो गई थी. जब उनका एमआरआई किया गया तो उनके दिमाग के महत्वपूर्ण हिस्सों में रक्त प्रवाह काफी अच्छा था. इसके अलावा उन लोगों के खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी 9 प्रतिशत तक कम हो गया था.
रिसर्चर्स की टीम के मुताबिक, क्रैनबेरी मस्तिष्क में सुधार हो सकता है. दरअसल, एलडीएल ‘खराब’ कोलेस्ट्रॉल धमनियों में जम जाता है, जिससे दिमाग में ब्लड फ्लो कम हो जाता है. क्रैनबेरी का सेवन करने से दिमाग में ब्लड फ्लो अच्छा हो जाता है.
डॉक्टर मार्केट में मिलने वाला क्रैनबेरी जूस पीने की अपेक्षा कच्चा क्रैनबेरी खाने की सलाह देते हैं. इसका तीखा और कड़वा स्वाद शायद अधिकतर लोगों को पसंद न आए लेकिन यह काफी फायदेमंद होता है.
स्टडी के मुख्य राइटर डॉ. डेविड वेजोर (Dr. Vazour) के मुताबिक, 12 सप्ताह के बाद क्रैनबेरी पाउडर खाने वाले समूह की याददाश्त में काफी सुधार हुआ था और उनके मस्तिष्क के महत्वपूर्ण हिस्सों में बेहतर ब्लड फ्लो भी था. क्रैनबेरी ग्रुप में LDL का लेवल भी 3.5 से 3.2 mmol/L तक गिर गया, जबकि प्लेसबो समूह में 3.4 से 3.3 mmol/L की गिरावट आई थी.
डॉ. डेविड ने आगे कहा, जिस ग्रुप ने क्रैनबेरी लिया था, उनके एलडीएल या “खराब” कोलेस्ट्रॉल के लेवल में भी काफी कमी देखी गई थी. इस रिसर्च से जो निष्कर्ष सामने आए हैं, वे काफी बेहतर हैं. सबसे खास बात यह रही कि मात्र 12 हफ्ते में ही क्रैनबेरी ने मेमोरी और न्यूरल फंक्शन में सुधार करना शुरू कर दिया था. क्रैनबेरी आने वाले समय में बेहतर रिसर्च में योगदान दे सकती है.
100 ग्राम क्रैनबरी से होगी हार्ट हेल्थ मजबूत
स्टडी के मुताबिक, रोजाना क्रैनबेरी खाने से हार्ट हेल्थ में भी फायदा मिल सकता है. जिन पुरुषों ने रोजाना 100 ग्राम क्रैनबेरी का सेवन किया था, उनके हार्ट की क्षमता में एक महीने बाद सुधार होने लगा था. क्रैनबेरी को लंबे समय से सूजन को रोकने और कोशिकाओं को क्षति से बचाने के द्वारा हृदय को स्वस्थ रखने का संदेह है. शोधकर्ताओं ने दावा किया कि क्रैनबेरी का सेवन करने के बाद मात्र 2 घंटे के अंदर ये अपना असर दिखाने लगती हैं.
(Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च के मुताबिक दी गई है, किसी भी चीज का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved