होशियारपुर (पंजाब)। होशियारपुर (Hoshiarpur) में बैरामपुर के समीप ख्याला बुलंदा गांव में आवारा कुत्तों से बचने के दौरान छह साल का एक बच्चा (six year old child) रविवार को 300 फुट गहरे ‘बोरवेल’ (300 feet deep borewell) में गिर गया. करीब सात घंटे तक चले बचाव अभियान (Rescue operation lasted for seven hours) के बाद ऋतिक रोशन को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। ऋतिक की मौत ने दो साल पहले संगरूर जिले में हुई ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना की याद दिला दी जिसमें दो साल के फतेहवीर सिंह की मौत 150 फुट गहरे ‘बोरवेल’ में गिरने से हो गई थी।
होशियारपुर के उपायुक्त संदीप हंस ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी क्योंकि संगरूर की घटना के बाद यह तय किया गया था कि भविष्य में कोई भी बोरवेल खुला नहीं रखा जाएगा. अधिकारियों के अनुसार यह घटना उस वक्त हुई जब ऋतिक रोशन एक खेत में खेल रहा था और इसी दौरान कुछ आवारा कुत्ते उसके पीछे पड़ गए. कुत्तों से बचने के लिए वह ‘बोरवेल शाफ्ट’ पर चढ़ गया जो जूट के बोरे से ढका हुआ था और लड़के का वजन नहीं झेल पाया. इस वजह से बच्चा गड्ढे में गिर गया।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा राहत बल, थल सेना के जवानों और स्थानीय लोगों की मदद से ऋतिक को बोरवेल से बाहर निकाला गया. उसे पास के एक राजकीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील भगत ने बताया कि बच्चे का शरीर नीला पड़ गया था और अस्पताल लाए जाने के समय सख्त हो चुका था.
डॉक्टरों ने आधे घंटे से अधिक समय तक उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो सकी. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बच्चे की मौत पर दुख जताया और लड़के के परिवार के लिए दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की।
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