नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) में एक बार फिर मैच फिक्सिंग का भूत बाहर आया है. दरअसल, सीबीआई (CBI) ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद इन लोगों को सीबीआई को जानकारी दी है कि उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) से मिली जानकारी के बाद आईपीएल में कुछ मैचों के परिणाम को काफी ज्यादा प्रभावित किया है. सीबीआई ने इन तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज लिया है.
आईपीएल के बीच इस खबर ने सभी को चौंका कर रख दिया है क्योंकि इस लीग पर बार-बार फिक्सिंग को लेकर आरोप लगते हैं. कई बार आईपीएल में पहले भी खिलाड़ियों और टीमों (players and teams) को फिक्सिंग के आरोप में बैन किया गया है. ये मामला 2019 का बताया जा रहा है. सीबीआई ने जयपुर, दिल्ली और जोधपुर (Jaipur, Delhi and Jodhpur) की 7 जगहों पर रेड मारी है. रिपोर्ट में सामने आया है कि 2019 के वक्त ये लोग आईपीएल में फिक्सिंग को अंजाम देते थे और इनका पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन भी था.
इससे पहले भी 2013 में आईपीएल पर फिक्सिंग का काला धब्बा लगा था. तब बीसीसीआई ने एक साथ तीन खिलाड़ियों को बैन किया था. आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजित चंदीला को आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया. उनके साथ विंदू दारा सिंह और मयप्पन (Vindu Dara Singh and Meiyappan) पर स्पॉट फिक्सिंग के लिए बुकियों से संपर्क के आरोप लगे थे. जिसके बाद मुंबई पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था. बाद में अंकित और अजित को आजिवन क्रिकेट से बैन कर दिया था. लेकिन श्रीसंत को 7 साल बाद बैन से रिहा कर दिया गया. हालांकि इस खिलाड़ी ने बाद में रिटायरमेंट ले लिया.
उस वक्त राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) को जांच तक निलंबित कर दिया गया था. दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि श्रीसंत और चव्हाण ने स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है. ऐसे ही आरोप सीएसके की टीम पर भी लगे थे जिसके बाद उन्हें भी आईपीएल से बैन कर दिया गया था. ये दोनों ही टीमें पूरे दो साल तक बैन रही थीं.
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