मुंबई: दुनियाभर के शेयर बाजार महंगाई से डरे हुए हैं. बढ़ती महंगाई के चलते केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं और उसका सीधा असर स्टॉक मार्केट पर दिख रहा है. भारतीय शेयर बाजार लगातार पांचवें हफ्ते गिरावट में बंद हुए हैं. बीते हफ्ते साप्ताहिक आधार पर घरेलू बाजार 4 फीसदी गिरकर बंद हुए. 13 मई को समाप्त सप्ताह में स्मॉल कैप इंडेक्स 6 प्रतिशत से ज्यादा गिरा. वहीं बीएसई मिड कैप इंडेक्स 5.6 प्रतिशत टूटा.
बीएसई सेंसेक्स पर, रिलायंस इंडस्ट्रीज को मार्केट कैप के मामले में सबसे अधिक नुकसान हुआ. इसके बाद भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक ने पिछले सप्ताह में गिरावट दर्ज की. दूसरी ओर, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स और कोटक महिंद्रा बैंक मार्केट कैप बढ़ा.
एफपीआई की बिकवाली जारी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FPI) ने 19,967.57 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 18,202.10 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी. हालांकि, मई के महीने में अब तक एफआईआई ने 32,701.03 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची और डीआईआई ने 26,735.36 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है. भारतीय रुपया पिछले सप्ताह में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कम हुआ. 13 मई को INR 53 पैसे की गिरावट के साथ 77.44 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो 6 मई को 76.91 पर बंद हुआ था.
निवेशकों ने गंवाए 34 लाख करोड़ रुपये
घरेलू शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों ने गुरुवार को 5 लाख करोड़ रुपये गंवाए. बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 246.3 करोड़ रुपये से टूटकर 241.04 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, पिछले एक महीने में शेयर बाजार में मची इस तबाही ने निवेशकों का 34 लाख करोड़ रुपये डुबा दिया है. बीसएई पर लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण जहां 11 अप्रैल को 275.17 करोड़ रुपये था वह अब टूटकर 241.04 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
निफ्टी का 15735 अहम सपोर्ट
मनी कंट्रोल के मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक शुक्रवार को निफ्टी 16 हजार के ऊपर जाकर वापस गिर गया. हाई से ये इंडेक्स लगभग 300 अंक गिरा. ये बाजार के लिए अच्छा नहीं है. निफ्टी का 15735 के ऊपर बने रहना जरूरी है. यह अहम सपोर्ट लेवल है. अगर निफ्टी अगले कुछ दिन 16,000 के ऊपर क्लोजिंग देता है तो बाजार में स्थिति कुछ बेहतर होगी.
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