नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को NEET PG 2022 परीक्षा को स्थगित करने की याचिका खारिज कर दी. इस परीक्षा का आयोजन आगामी 21 मई को होना है. न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने केंद्र सरकार की इस दलील को स्वीकार किया कि इस परीक्षा के आयोजन में किसी भी तरह की देरी का मतलब अस्पतालों में कम डॉक्टर होना होगा, जब देश महामारी के प्रकोप से गुजर रहा है. शीर्ष कोर्ट ने कहा कि परीक्षा में और देरी से इसकी तैयारी करने वाले 2 लाख से अधिक उम्मीदवारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. पिछले कई दिनों से परीक्षा को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी. कोर्ट के फैसले के बाद परीक्षा का रास्ता साफ हो गया है.
शीर्ष कोर्ट ने यह कहा
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी परीक्षा का स्थगन गंभीर परिणामों से भरा होता है. अगर इस परीक्षा को पोस्टपोन किया गया, तो इससे निर्धारित एडमिशन शेड्यूल पर काफी असर पड़ेगा. NEET PG 2022 पहले ही चार महीने की देरी से आयोजित की जा रही है. केंद्र ने अदालत में दलील दी कि NEET-PG 2023-24 जनवरी 2023 में तय किया गया है और सरकार का प्रयास पिछले दो सालों से महामारी की वजह से पटरी से उतरे प्रवेश कार्यक्रम को पटरी पर लाना है.
इस साल 2 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स ने कराया है रजिस्ट्रेशन
केंद्र ने सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट को बताया कि इस साल 2.06 लाख डॉक्टरों ने NEET PG के लिए पंजीकरण कराया है. कोर्ट ने कहा है कि 2.06 लाख कैंडिडेट्स पढ़ रहे हैं और उन्होंने अपने काम से समय निकालकर परीक्षा की तैयारी की है. उनके लिए हम परीक्षा कैसे रोक सकते हैं. उन्होंने एनईईटी 2022 के लिए पंजीकरण भी नहीं किया है. गौरतलब है कि नीट पीजी परीक्षा के जरिए देशभर के मेडिकल कॉलेजों में पीजी कोर्सेस में एडमिशन मिलता है.
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