ग्वालियर। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पड़ोस में बंगला मिलने पर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दोनों में कोई दुश्मनी नहीं है और दोनों ही नेता के बीच बातचीत भी होती है। गोविंद सिंह ने कहा कि दोनों के बीच आगे भी बातचीत होगी रहेगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विचारधारा अलग है, सिंधिया से हमारी भी कोई दुश्मनी नहीं है…अगर वो मिलेंगे तो मान-सम्मान भी देंगे लेकिन जहां कमी होगी वहां उन्हें कटघरे में भी खड़ा करेंगे।
दरअसल भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया को श्यामला हिल्स में जो पांच नंबर बंगला मिला है वह दिग्विजय सिंह के पड़ोस में स्थित है। जिसके चलते नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह से बंगले को लेकर जब मीडिया ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि सिंधिया जी भारत सरकार के मंत्री हैं तो उन्हें बंगला लेने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि सिंधिया और दिग्विजय सिंह के पुराने संबंध हैं। विचारधारा की लड़ाई हो सकती है लेकिन दिग्विजय सिंह जी और सिंधिया जी कि कोई दुश्मनी नहीं है और सिंधिया हमारे कोई दुश्मन नहीं है तथा बंगला मिलना कोई बड़ी बात नहीं है।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के इस बयान के बाद अब मध्य प्रदेश की राजनीति में सियासत गरमा गई है क्योंकि पूरे देश भर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच मतभेद चर्चित है। कहा तो यह भी जाता है कि दिग्विजय सिंह की ही वजह से ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी की शरण में चले गए।
दिग्विजय सिंह और सिंधिया की यह दुश्मनी आज की नहीं बल्कि राज परिवार से चली आ रही है। यही वजह है कि दोनों नेता एक-दूसरे पर जमकर जुबानी हमला बोलते रहते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के आगामी चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह के कट्टर सहयोगी नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के द्वारा दिए गए बयान के बाद ऐसा लग रहा है कि सिंधिया के वर्चस्व के सामने कांग्रेस अब नरम पड़ने लगी है।
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