उज्जैन। दो साल से अधिक समय से टल रहे पंचायत और नगर निगम के चुनाव जून माह में होने की संभावना बन रही है। चुनाव आयोग की तैयारी पूरी है। बस मंगलवार को हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार है निर्वाचन आयोग ने जिला वार वीसी कर सभी निर्वाचन अधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं चुनाव की घोषणा कभी भी की जा सकती है। नगर निगम चुनाव अगस्त 2020 से चल रहे हैं और अब अगस्त 2022 आने वाला है। इतने समय से नगर निगम में प्रशासक राज चल रहा है। कोरोना एवं अन्य मामलों को लेकर लगातार चुनाव टलते आ रहे हैं और अब ओबीसी आरक्षण को लेकर मामला हाईकोर्ट में चल रहा है।
हाईकोर्ट में मंगलवार को ओबीसी आरक्षण को लेकर फैसला आने वाला है। इस फैसले को दृष्टिगत रखते हुए चुनाव आयोग ने कल सभी जिलों के चुनाव अधिकारियों की मीटिंग लेकर निर्देश दिए हैं कि हाईकोर्ट का फैसला मंगलवार को आएगा। आप सभी नगरी निकाय एवं पंचायत चुनाव की तैयारियां पूर्ण रखिए, घोषणा कभी भी की जा सकती है। चुनाव आयोग के कदम से ऐसा लग रहा है कि हाईकोर्ट से भी फैसला चुनाव कराने को लेकर ही आएगा। यदि कल हाईकोर्ट का फैसला चुनाव कराने के पक्ष में आया तो जून माह में पंचायत और नगर निगम के चुनाव निपट सकते हैं। एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि हाईकोर्ट नए सिरे से आरक्षण का आदेश देता है तो फिर चुनाव थोड़े आगे बढ़ सकते हैं, क्योंकि आरक्षण फिर से होने की प्रक्रिया में 10 से 15 दिन का समय लगेगा, ऐसे में संभावना है कि चुनाव जून माह के अंतिम सप्ताह या जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में भी हो सकते हैं। स्थानीय निर्वाचन आयोग के अधिकारी वीरेंद्र सिंह दांगी ने बताया कि 11 मई को निकाय चुनाव की अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी और हाईकोर्ट का जो भी फैसला होगा, उस आधार पर आगे की कार्रवाई चुनाव आयोग के निर्देश पर की जाएगी। अब सभी को कल होने वाले हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार है, यदि चुनाव कराने को लेकर फैसला आया तो राजनीतिक सरगर्मियां तेजी से बढ़ जाएंगी। कोरोना के कारण वैसे ही नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में लगभग दो साल का विलंब हो गया है। दावेदार कब से इन दोनों चुनावों के होने की राह देख रहे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved