इंदौर। ओला द्वारा कुछ समय पहले लांच किए गए इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आवेदक परेशान हैं। कंपनी द्वारा स्कूटर्स का बिल बेंगलुरु से जारी किए जाने के कारण इंदौर में इनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। मामले में कंपनी के अधिकारियों ने आरटीओ से मुलाकात की है, जिसके बाद बिल भोपाल से जारी कर कुछ वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। अब भी 100 से ज्यादा स्कूटर्स का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है और वाहन मालिक परेशान हैं।
ओला कंपनी द्वारा कुछ समय पहले ही देश में पहली बार अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स लांच किए हैं। स्कूटर्स की कीमत एक लाख से ज्यादा है। इनकी ऑनलाइन बुकिंग के बाद कंपनी इन्हें इंदौर में ही डिलिवर कर रही है, लेकिन क्योंकि कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु में है, इसलिए कंपनी इन गाडिय़ों का बिल बेंगलुरु के पते से जारी कर रही है, वहीं मध्यप्रदेश में वाहनों की बिक्री के लिए कंपनी ने भोपाल से ट्रेड लाइसेंस लिया है, इसलिए भोपाल से वाहनों का टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन (टीआर) इंदौर आरटीओ के लिए जारी कर रही है।
बिल और टीआर अलग-अलग शहरों के होने के कारण इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन इंदौर में करने में दिक्कत आ रही है। दो पहिया शाखा प्रभारी तेजसिंह अहिरवार ने बताया कि इस मामले में कंपनी के अधिकारी इंदौर आरटीओ से आकर मिले थे। उन्हें बताया गया कि वे बिल भी भोपाल का ही जारी करें, तब ही वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो पाएगा। इसके बाद कंपनी ने करीब 19 वाहनों का बिल भोपाल से जारी किया है, जिनका रजिस्ट्रेशन किया गया है, वहीं 100 से ज्यादा वाहनों का बिल अब भी बेंगलुरु का होने के कारण उनका रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकता है।
वाहन मालिकों और कंपनी अधिकारियों को कहा गया है कि वे इन गाडिय़ों का नया बिल भोपाल से जारी करें, तब ही इनका इंदौर में रजिस्ट्रेशन हो पाएगा। कंपनी की इस खामी के कारण एक लाख से ज्यादा खर्च करने के बाद भी वाहन मालिक अनरजिस्टर्ड वाहन चलाने पर मजबूर हैं और उन पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई भी कर रही है। अहिरवार ने बताया कि कंपनी अधिकारियों ने कहा है कि वे जल्द ही सभी वाहनों का बिल भोपाल से जारी करेंगे।
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