- आज सुबह की घटना..डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ में आया रेड स्नेक-अफरा तफरी मची
उज्जैन। महाकाल मंदिर अन्न क्षेत्र की भोजन शाला में आज सुबह 8 बजे के करीब साँप घुस गया। यहाँ कार्यरत कर्मचारियों ने साँप को भोजन शाला में रखे बर्तनों के नीचे घुसता देखा। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई और भोजन निर्माण का काम रोकना पड़ा। साँप को पकडऩे के लिए एक्सपर्ट बुलाए गए जिन्होंने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद उसे ढूँढ निकाला, तब कहीं जाकर भोजन शाला में भोजन निर्माण शुरु हुआ। बड़ा गणेश मंदिर के समीप महाकाल मंदिर अन्न क्षेत्र है। यहाँ आज सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब अन्नक्षेत्र की भोजन निर्माण शाला के कक्ष में यहाँ काम कर रहे कर्मचारियों ने करीब 3 फीट लंबे साँप को देखा। कर्मचारियों को भोजन शाला में साँप नजर आने के बाद अन्य कर्मचारी भी यहाँ से बाहर निकल गए और भोजन निर्माण का काम रोक दिया गया।
इसकी जानकारी मंदिर के प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। भोजन शाला में घुसे साँप को पकडऩे के लिए अधिकारियों ने सर्प विशेषज्ञ हर्षद इंगले को फोन लगाकर बुलाया। इसके बाद इंगले ने भोजन शाला पहुँचकर साँप पकडऩे के लिए रेस्क्यू शुरु किया। भोजन शाला में सुबह से ही भोजन निर्माण की तैयारियाँ शुरु हो जाती है। इस कारण यहाँ भोजन बनाने के बर्तन चारों ओर फेले हुए थे। इस वजह से साँप को पकडऩे में परेशानी आ रही थी। इसके बावजूद लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद हर्षद इंगले ने भोजन शाला के कर्मचारी गामा माली के सहयोग से साँप को पकड़ा, तब कहीं जाकर भोजन शाला के कर्मचारियों ने राहत की साँस ली। श्री इंगले ने बताया कि पकड़ा गया साँप रेड स्नेक प्रजाति का है। यह कम जहरीला होता है लेकिन यह भी नुकसान पहुँचा सकता है। उल्लेखनीय है कि गर्मी के दिनों में साँप निकलने की समस्या अधिक रहती है। अभी महाकाल क्षेत्र में निर्माण के चलते चारों ओर खुदाई चल रही है। संभवत: इसके कारण भी साँप भोजन शाला में घुस आया। लोगों का सुझाव है कि महाकाल मंदिर समिति को स्थायी रूप से मंदिर परिसर में साँप पकडऩे वाले एक्सपर्ट की नियुक्ति करनी चाहिए।