नई दिल्ली। हनुमान चालीसा पाठ का मुद्दा पूरे देश में गर्माया हुआ है। महाराष्ट्र की सड़कों से लेकर इसकी गूंज टीवी प्रोग्राम में भी देखी गई। हाल ही में एक न्यूज चैनल में डिबेट के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता को जब हनुमान चालीसा सुनाने की चुनौती दी गई, तो उन्होंने जवाब में चार पंक्तियां तो सुना दी, लेकिन जब शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की बारी आई, तो उन्होंने कन्नी काट ली। मामले को विस्तार से समझते हैं।
न्यूज चैनल पर हनुमान चालीसा के मुद्दे पर बहस चल रही थी। इसमें भाजपा की ओर से शहजाद पूनावाला, शिवसेना से शीतल म्हात्रे, राकंपा से नीलेश भोसले, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन से वारिस पठान और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से अल्ताफ खान पहुंचे थे। चर्चा के दौरान ही म्हात्रे ने पूनावाला को ‘दो लाइन’ सुनाने की चुनौती दी।
‘मुसलमान होने के बावजूद मैंने आपको चार लाइन सुनाई’
चुनौती पाने के बाद पूनावाला ने चार पंक्तियां सुनाई और कहा, ‘आगे का ये भोसले और शिवसेना की प्रवक्ता बोलेंगी, बिना गूगल करे। मुसलमान होने के बावजूद मैंने आपको चार लाइन सुनाईं…। शिवसेना अब तुमने मुझे चैलेंज दिया है, अब तुम चार सुनाओ और ये भोसले चार सुनाए।’
पूनावाला ने शिवेसना प्रवक्ता को चुनौती दी कि अगर ‘हिंदुत्व की असली प्रचारक हो तो आगे की चार लाइन बोलो।’ यह चुनौती मिलने के बाद ही दोनों पार्टी के प्रवक्ता यह कहते हुए कन्नी काटते नजर आए कि धर्म निजी आस्था का विषय है। एक ओर जहां भोसले ने कहा, ‘हम हमारा धर्म हमारे हिसाब से मानेंगे, इनके कहने से नहीं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘धर्म घर में मानने वाली चीज है।’ वहीं, म्हात्रे ने जवाब दिया, ‘ये बताएंगे, ये कहेंगे और हम बोलेंगे।’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर अमरावती सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी। इसके बाद जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। बुधवार को मुंबई की विशेष अदालत ने उन्हें जमानत देने के आदेश दिए हैं। वहीं, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी लाउडस्पीकर से अजान के विरोध में मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है।
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