उज्जैन। जिले में आपातकालीन सेवाओं के लिए 19 नई एम्बुलेंस गाडिय़ों की माँग की गई थी। इनमें 108 वाहन के अलावा जननी एक्सप्रेस वाहन भी शामिल थे। कल इसका मुख्यमंत्री ने भोपाल से वर्चुअल लोकार्पण किया था। लेकिन उज्जैन को 19 में से 14 वाहन ही मिल पाए। उल्लेखनीय है कि शासन की योजना के तहत आपात स्थिति में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को मौके से लेकर तत्काल अस्पताल पहुँचाने के लिए तथा प्रसूताओं को डिलीवरी के लिए सरकारी अस्पताल तक भेजने हेतु 108 तथा जननी एक्सप्रेस वाहन सुविधा दी जा रही है। 108 एम्बुलेंस सेवा के जरिये पिछले साल भी 12 हजार से अधिक फोन काल आने के बाद यह वाहन पीडि़त व्यक्तियों तक पहुँचे थे और 1500 से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई थी।
इसी तरह जननी एक्सप्रेस सेवा के तहत भी गत वर्ष दिसम्बर अंत तक 13 हजार से ज्यादा प्रसूताओं को पूरे जिले में अस्पताल पहुँचाया गया था। लंबे समय से चल रहे उपरोक्त सेवाओं के वाहन भंगार हो गए थे। यही कारण था कि नए 108 और जननी एकसप्रेस वाहनों की मांग शासन से की जा रही थी। इसके लिए उज्जैन जिले से भी इस तरह के 19 वाहन नए माँगे गए थे। इधर कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपातकालीन एम्बुलेंस सेवाओं के विस्तार के लिये एकीकृत रैफरल ट्रांसपोर्ट प्रणाली में 108 संजीवनी एम्बुलेंस, जननी एक्सप्रेस आदि का शुक्रवार को भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड से लोकार्पण किया। इसके जरिये उज्जैन जिले को भी आपातकालीन सेवाओं के लिए 19 नई एम्बुलेंस मिलना थी लेकिन यहाँ 14 वाहन ही उपलब्ध हो सके। माँग के अनुरूप उज्जैन जिले में पांच बेसिक लाईफ सपोर्ट सिस्टम के 108 नये वाहन एवं 14 जननी एक्सप्रेस के नये वाहन और उपलब्ध होंगे। अभी जिले में नौ बेसिक लाईफ सपोर्ट सिस्टम के 108 वाहन चलाये जा रहे थे। इसके बाद जिले में कुल 28 एम्बुलेंस हो जायेगी।
ये सुविधाएँ हैं नए आपातकालीन वाहनों में
नई एम्बुलेंस सेवा में मौके पर तीन प्रकार के वाहन शामिल हैं। इनमें एडवांस लाईफ सपोर्ट वाहन, बेसिक लाईफ सपोर्ट एम्बुलेंस तथा जननी एक्सप्रेस वाहन शामिल हैं। इसके अलावा नए एम्बुलेंस वाहनों की तुलना में आकार में भी बड़े हैं। नए वाहन आ जाने के बाद अब आपात परिस्थिति में घायल और गंभीर मरीजों को स्पॉट से अस्पताल लाने के दौरान वाहनों में भी पूरा उपचार मिल सकेगा और उनकी जिंदगी बच सकेगी।
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