मुंबई। एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) आने से पहले सेबी ने एंकर निवेशकों (sebi rules for anchor investor) के लिए आसान नियमों को नोटिफाई किया है। इसके तहत एंकर निवेशकों के लिए उन्हें मिले शेयरों का लॉक-इन पीरियड 30 दिन कर दिया गया है। सेबी ने कहा कि 30 जून तक 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक के पब्लिक इश्यू के लिए यह नियम है। उम्मीद की जा रही है कि सेबी के इस कदम के चलते एलआईसी को और अधिक निवेशक मिलेंगे। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ (India’s Biggest IPO) होगा।
हाल ही में सेबी ने एंकर निवेशकों के लिए नियमों को थोड़ा सख्त किया था। इसके तहत 1 अप्रैल से के बाद से 10 हजार करोड़ रुपये से कम के किसी भी आईपीओ में एंकर निवेशकों को मिले 50 फीसदी शेयरों का लॉक इन पीरियड 90 दिन हो गया है। वहीं बाकी के 50 फीसदी शेयरों के लिए लॉक इन पीरियड 30 दिन है। 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक के आईपीओ के संदर्भ में एंकर निवेशकों के लिए यह नया नियम 1 जुलाई से लागू होगा। 1 अप्रैल से पहले तक आईपीओ को तहत किसी भी एंकर निवेशक को मिले शेयरों के लिए 30 दिन का लॉक-इन पीरियड था।
बैंकर्स और वकीलों ने कहा है कि यह कदम एलआईसी के आईपीओ को संस्थागत निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक बनाना है। एंकर निवेशकों के लिए एलआईसी का आईपीओ 2 मई को खुलेगा। वहीं बाकी लोगों के लिए यह आईपीओ 4 मई से खुलेगा और 9 मई को बंद होगा। इस आईपीओ से सरकार 21 हजार करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, जिसके लिए वह एलआईसी में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है।
एलआईसी के आईपीओ के तहत शेयरों की कीमत का दायरा 902-949 रुपये तय किया गया है। इस पर रिटेल निवेशकों को 45 रुपये और पॉलिसीहोल्डर्स को 60 रुपये का डिस्काउंट दिया जा रहा है। एलआईसी का वैल्युएशन अभी 6 लाख करोड़ रुपये आंका गया है।
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