नई दिल्ली । दुनियाभर में कई बेहद खतरनाक नदियां और झीलें (rivers and lakes) हैं। आज हम एक झील के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। साल 2013 में इस झील की डराने वाली तस्वीरें सामने आई थीं।
वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर निक ब्रांट ने इस झील (Lake Natron) की तस्वीरें ली थीं। इन तस्वीरों में जानवरों की जम चुकीं लाशें थीं। इस झील के पानी की वजह से जानवर पत्थर में बदल गए थे। इन दर्दनाक तस्वीरों को देखने के बाद दुनियाभर के लोग हैरान हो गए थे।
इस खतरनाक और खूबसूरत झील का नाम नैट्रॉन झील (Lake Natron) है जो तंजानिया में स्थित हैं। अरुशा क्षेत्र के उत्तरी नागोरोंगोरो जिले में स्थित नैट्रॉन झील को नमक का झील या क्षारीय झील कहा जाता है। माना जाता है कि यह झील बेहद खतरनाक है। बताया जाता है कि इस झील के संपर्क में आने वाला जीव पत्थर बन जाता है।
दरअसल नैट्रॉन झील वन्यजीवों का घर माना जाता है। बिना किसी डर के जो जीव फ्लेमिंगो के लिए पानी में जाते हैं। इस झील के पानी में पीएच की मात्रा लगभग 12 है। यह घरेलू ब्लीच के बराबर होता है। इस झील के पानी में शिकारी जीव अधिक समय तक जिंदा नहीं रह सकते हैं।
Ol Doinyo Lengai ज्वालामुखी की वजह से इस झील का पानी खारा है। यह ज्वालामुखी दुनिया की पहली ऐसी झील है जिससे अजीब लावा यानी नैट्रोकार्बोनाटाइट बाहर आता है। नमक की झील के आसपास की पहाड़ियों से सोडियम कार्बोनेट और अन्य खनिजों को नैट्रोकार्बोनाइट में खींचने की वजह से पानी खारा हो गया है।
इस झील के पानी में पीएच की मात्रा अधिक होने की वजह से अधिकतर जानवरों की त्वचा और आखें जल जाती हैं। इसके साथ ही अधिक देर तक पानी में रहने की वजह से जानवर मर जाते हैं।
फ्लेमिंगो पर त्वचा सख्त और पपड़ीदार होने की वजह से पानी का प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन इंसान की त्वचा नरम होती है। कभी 60 डिग्री सेल्सियस तक इस झील का पानी गर्म हो जाता है। यह नमक की झील आपको पत्थर तो नहीं बना पाती है, लेकिन त्वचा पर ऐसा कोई घाव हो जाए जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते हैं।
इस झील के पानी में इंसान जितनी देर तक रुकता है और उतना ही जलता है। लेकिन बारिश के मौसम में पानी में पीएच की मात्रा बदलती रहती है। परिस्थियां अगर खराब हुईं तो इंसान बुरी तरह जल सकता है। इसलिए इस झील को बेहद खतरनाक कहा जाता है।
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