नई दिल्ली: HDFC बैंक का स्टॉक आज मंगलवार को भी लाल निशान पर ट्रेड हो रहा है. इसके लगातार गिरने का आज 9वां दिन है. आज 11:06 बजे तक HDFC बैंक का शेयर NSE पर 3 फीसदी गिरकर 1353 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. यदि हम पिछले 5 सेशन्स में बेंचमार्क सेंसेक्स से इसकी तुलना करें तो यह उससे तीन गुणा ज्यादा गिरा है. सेंसेक्स में पिछले इतने ही समय में 3 फीसदी की गिरावट आई है तो HDFC बैंक 9 प्रतिशत गिर चुका है.
HDFC बैंक के पिछले 2 दिनों में गिरने की मुख्य वजह इसके तिमाही नतीजे बताए गए हैं. चौथी तिमाही के नतीजे अनुमान से कम रहे हैं. स्टैंडअलोन प्रॉफिट बढ़ा जरूर है मगर अनुमान से कम रहा है और इसी के साथ ही नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) का आंकड़ा भी उम्मीद से कम ही रहा है.
इसी महीने में लोन देने वाली कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (HDFC) और HDFC बैंक का मर्जर किए जाने की घोषणा हुई थी. ये मर्जर रेगुलेटरी अप्रूवल के अधीन है. इस खबर से HDFC बैंक का शेयर बहुत तेजी से ऊपर की तरफ गया था. मगर अगले ही दिन से यह गिरना शुरू हुआ और अब तक लाल निशान में ही ट्रेड हो रहा है.
लंबे समय के लिए फायदे का सौदा
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीना ने लाइव मिंट को बताया कि मर्जर की खबर के बाद से दोनों शेयर मिलाकर 20 फीसदी से अधिक गिर चुके हैं. NIMs के प्रेशर के चलते HDFC बैंक के नतीजे उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे हैं. हालांकि, हम मानते हैं कि बैंक की मजबूत लायबिलिटी और एसेट क्वालिटी रिकॉर्ड अपने समकक्ष बैंकों पर एक बड़ा प्रतिस्पर्धात्मक लाभ है. हमारा मानना है कि मर्जर लंबे समय में दोनों कंपनियों के लिए सकारात्मक है. इसलिए, हमारा सुझाव है कि निवेशक इसे खरीद सकते हैं.
एमके ग्लोबल भी है HDFC बैंक पर बुलिश
ब्रोकिंग फर्म एमके ग्लोबल (Emkay Global) ने भी कल एचडीएफसी बैंक को खरीदने की सलाह दी थी. फर्म का कहना है कि यह स्टॉक वर्तमान लेवल से उछलकर 1,950 रुपये का टार्गेट दे सकता है. Emkay Global को लगता है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा कार्ड/डिजिटल इनिशिएटिव्स पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लिए जाने के बाद अब अच्छी ग्रोथ होगी. इसके अलावा खुदरा ऋण वृद्धि (Retail Credit Growth) को फिर से तेज करने की योजना और रिक्स-एडजस्टमेंट मार्जिन पर ध्यान देना लम्बे समय के लिए सकारात्मक साबित होना चाहिए.
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