नई दिल्ली । केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने 13,500 करोड़ रुपए (Rs. 13,500 crore) के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB Scam) के आरोपी (Accused) नीरव मोदी के करीबी (Close to Nirav Modi)और सुभाष परब (Subhash Parab) को मिस्र की राजधानी काहिरा (Kahira) से पकड़ कर भारत (India) लाने में सफलता हासिल की है (Have Achieved Success) । अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सुभाष परब 2018 में घोटाला सामने आने के बाद नीरव मोदी के साथ ही देश छोड़कर विदेश भाग गया था।
परब, नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड में एक कर्मचारी था। इससे पहले 50 वर्षीय परब ने यह दावा किया था कि मिस्र के दो सहयोगी के साथ उसे अवैध कारावास में रखा गया था। जुलाई 2018 में, इंटरपोल ने मोदी के साथ परब के खिलाफ आपराधिक साजिश, विश्वासघात, धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति अर्जित करने के आरोप में रेड नोटिस जारी किया था।
हांगकांग में संभालता था 6 कंपनियां: मामले की जांच करने वाले अधिकरियों के मुताबिक परब हांगकांग में नीरव मोदी की 6 कंपनियां का प्रभारी था। यह उन सभी कंपनियों से जुड़े लेनदेन को देखता था। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक की ओर से जारी किये गए 8200 करोड़ के लैटर ऑफ अंडरटेकिंग को भी इसी के द्वारा प्राप्त किया गया था। जल्द परब को सीबीआई की ओर से मुंबई की अदालत में कस्टडी लेने के लिए पेश किया जाएगा, जिससे पीएनबी घोटाले में पूछताछ की जा सके।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाला देश में अब तक हुए सबसे बड़े बैंक घोटालों में से एक है। यह घोटाला 2018 में देश के सामने आया है, जिसकी कुल रकम करीब 13,500 करोड़ रुपए बताई गयी थी। हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने पीएनबी के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर इस घोटाले को 2011 से 2018 के बीच अंजाम दिया था। इस घोटाले में नीरव मोदी, पत्नी एमी, छोटा भाई और मामा मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी है।
मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी को आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है। मौजूदा समय में मोदी यूके की जेल में और मेहुल चोकसी कैरेबियन देश अंटीगुआ में मौजूद है।
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