इस्लामबाद । इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ तैयार हुए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) का पाकिस्तान (Pakistan) का अगला पीएम (Prime Minister) बनना तय है. आज इसकी औपचारिकता भी पूरी हो जाएगी. जब नेशनल एसेबली में आज बैठक होगी. दोपहर ढाई बजे संसद की कार्यवाही शुरू होगी. संयुक्त विपक्ष ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (Pakistan Muslim League-Nawaz) यानी पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) को पहले ही अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित कर दिया है. जबकि पीटीआई की तरफ से शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है.
दोनों नेताओं ने कल अपना नामांकन दाखिल कर दिया. शहबाज शरीफ का नामांकन को स्वीकार कर लिया गया. नॉमिनेशनल दाखिल करने के दौरान शाह महमूद कुरैशी की PMLN के नेता एहसान इकबाल से नोकझोंक भी हुई. जो कैमरे में रिकॉर्ड भी हुई है.
बतादें कि इमरान के करीबी PTI नेता गुस्से में हैं और नामांकन दाखिल कर चुके कुरैशी के लिए कुर्सी अब बहुत दूर की बात है. क्योंकि 9 और 10 अप्रैल की रात संसद में हुई वोटिंग के दौरान विपक्ष बहुमत साबित कर चुका है. नंबर उसके पास है. शहबाज शरीफ की अगुवाई वाले विपक्ष को 174 वोट पड़े थे.
जानकारी के मुताबिक, शहबाज शरीफ आज भारतीय समय के मुताबिक रात 8:30 बजे शपथ लेंगे. शहबाज शरीफ को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी पीएम पद की शपथ दिलाएंगे. नवाज शरीफ के भाई शहबाज पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बनेंगे.
वहीं, शहबाज शरीफ का पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज होने की राह भले ही आसान हो गई है. लेकिन सत्ता को चला पाना उनके लिए भी चुनौती भरा होगा क्योंकि कुर्सी संभालने से पहले ही उनके भ्रष्टाचार वाले केस पर फिर बवाल शुरू हो गया है. 14 अरब रुपए के मनी लॉड्रिंग के एक केस में आज ही शहबाज शरीफ पर आरोप तय होंगे. जिसका केस लाहौर हाईकोर्ट में चल रहा है.
इस केस में शहबाज और उनके बेटे हमजा शरीफ का भी नाम है. जिन्हें हाईकोर्ट में पेश होना है. हालांकि इस मामले में एक ट्विस्ट ये भी आ गया है कि शहबाज शरीफ के खिलाफ आरोपों की जांच कर रहे FIA का एक शीर्ष अधिकारी ही छुट्टी पर चला गया. लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे शहबाज के खिलाफ पक्ष से विपक्ष बन चुकी इमरान की पार्टी अब शोर मचा रही है.
शहबाज शरीफ के पीएम पद के नामांकन का पीटीआई विरोध कर रही है. पीटीआई नामांकन रद्द करने की मांग हो रही है.. बहरहाल लाहौर हाईकोर्ट के आज के फैसले पर निर्भर करेगा की शहबाज पर छाए संकट के बादल हटेंगे या नहीं.
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