भोपालः मध्य प्रदेश के भोपाल जिले (Bhopal district of Madhya Pradesh) की ग्राम पंचायतों में टैक्स वसूली की जिम्मेदारी महिलाओं को दी गई है. इससे ना सिर्फ महिला सशक्तिकरण (women empowerment) होगा, साथ ही गांवों की भी तस्वीर बदलेगी. साथ ही अब गांवों में भी कचरा गाड़ी पहुंचेगी, जिससे गांवों में भी स्वच्छता रहेगी. भोपाल जिले में 187 ग्राम पंचायत हैं. इनमें 614 गांव आते हैं.
जिला प्रशासन (district administration) ने इन गांवों में टैक्स कलेक्शन की जिम्मेदारी महिला स्व सहायता समूहों को दे दी है. जिसमें एक पंचायत में दो महिलाएं टैक्स कलेक्शन (tax collection) करेंगी. इन्हें टैक्स सखी नाम दिया गया है. ये महिलाएं गांवों से प्रॉपर्टी टैक्स, स्वच्छता कर, कमर्शियल टैक्स और जल टैक्स वसूल करेंगी. इस पहल की खास बात ये है कि टैक्स के पैसों से गांव का ही विकास किया जाएगा.
टैक्स के पैसों से गांव में स्ट्रीट लाइट्स (street lights), सड़कें, पक्की नालियां (pucca drains) आदि निर्माण कार्य कराए जाएंगे. साथ ही अब गांवों में भी शहरों की तर्ज पर कचरा गाड़ियां जाएंगी, जो कचरा इकट्ठा करेंगी. अधिकारियों का कहना है कि बीते 14 दिनों में महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने 25 लाख रुपए की टैक्स वसूली की है. टैक्स कलेक्शन को हर दिन ऑनलाइन दर्ज किया जा रहा है. पहले गांवों में टैक्स की वसूली सरपंच और पंचायत सचिव करते थे लेकिन उसका कोई हिसाब-किताब नहीं रखा जा रहा था. अब टैक्स वसूली में महिलाओं को टैक्स कलेक्शन के बदले इंसेंटिव दिए जाएंगे.
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