मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश गरीबों का राशन खाने वालों को छोड़ेंगे नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में भी चलने लगा पुलिस-प्रशासन का बुलडोजर
इंदौर। प्रशासन को सूचना मिली कि तिल्लौरखुर्द स्थित सेवा सहकारी संस्था (Service Co-operative Society at Tillorkhurd) का गेहूं एक आटा मिल को बेचा गया, जिसके चलते खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारा और लगभग 65 क्विंटल गेहूं जब्त किया गया। यह गेहूं कंट्रोल दुकान का पाया गया, जिसके चलते अब प्रशासन संबंधित कंट्रोल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के साथ संभवत: उससे संबंधित मकान में तोड़फोड़ भी हो सकती है, क्योंकि मुख्यमंत्री चौहान के स्पष्ट निर्देश हैं कि गरीब का राशन खाने वालों को छोड़ा नहीं जाए और उनके निर्माण तोड़ने के साथ कड़ी से कड़ी कार्रवाई भी हो। दूसरी तरफ पात्रताधारी जरूरतमंदों को आगामी सितम्बर माह तक के नि:शुल्क राशन को उपलब्ध करवाने के निर्देश भी कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने दिए हैं।
अभी 7 अप्रैल को सभी कंट्रोल दुकानों पर अन्नोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारी सभी कंट्रोल दुकानों पर करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं, वहीं जिला आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मई 2021 से लेकर मार्च 2022 तक राशन का नि:शुल्क वितरण कंट्रोल दुकानों के माध्यम से कराया गया है। अब इस योजना की अवधि सितम्बर 2022 तक बढ़ा दी गई है। लिहाजा सभी कंट्रोल संचालकों को कहा गया है कि नि:शुल्क राशन का वितरण पात्रताधारकों को किया जाए, वहीं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाभ प्राप्त करने वाले हितग्राहियों को भी 5 किलो राशन प्रति हितग्राही प्रतिमाह के मान से नि:शुल्क देने के अलावा प्रत्येक उपभोक्ता को एक रुपए प्रतिकिलो की दर से 5 किलो राशन मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत अलग से भी दिया जा रहा है। इस तरह प्रत्येक सदस्य को 5 किलो नि:शुल्क और 5 किलो एक रुपए प्रति किलो की दर से, इस तरह 10 किलो राशन मिल रहा है। इस राशन में हेरा-फेरी ना हो, इसके भी कड़े निर्देश कंट्रोल संचालकों को दिए गए हैं। बावजूद इसके कल रात तिल्लौरखुर्द में मारे गए छापे के दौरान एक बड़ा घोटाला हुआ और मिल संचालक ने राशन भंडार विक्रेता मनोज ठाकुर का नाम लिया, जिसने 1700 रुपए प्रति क्विंटल की दर से उसे गेहूं बेचा था, अब उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved