उज्जैन। विक्रम कीर्ति मन्दिर के सभाकक्ष में आयोजित भारतीय युवा संसद का कल समापन सत्र था। इसमें विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोकतंत्र में सबसे अधिक भागीदारी युवाओं की होनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि इस देश में सबसे अधिक आबादी युवा वर्ग की है। किसी भी क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन युवा ही लाते हैं। जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है उसे युवा कहते हैं। धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन में युवा की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। हमारे देश में लोकतंत्र आने के बाद संसद और विधानसभा तथा विधान परिषद बनाये गये। वर्तमान के लोकतंत्र में सबसे अधिक भागीदारी युवाओं की होनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि नौजवानों का वर्तमान में राजनीति के प्रति निराशा का भाव है। वर्तमान में हमें संवाद के माध्यम से मंथन करने की आवश्यकता है। लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी युवाओं के हाथ में है। कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने स्वागत भाषण में कहा कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिये इस तरह के आयोजन बेहद जरूरी है। वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग से पूरा विश्व जूझ रहा है। हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिये, ताकि पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा हो सके। वर्तमान में हमारे देश में लागू की गई नई शिक्षा नीति रोजगार से सीधे तौर पर जुड़ी है। उज्जैन में आयोजित किये गये भारतीय युवा संसद कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से विद्यार्थी और युवा आये हैं। समापन सत्र के अन्त में श्री गौतम ने विद्यार्थियों के विधानसभा से सम्बन्धित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी दिये।
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