इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) ने अविश्वास प्रस्ताव ( no-confidence motion) पर वोटिंग (Voting) से चंद घंटे पहले फिर मीडिया को इंटरव्यू दिया है. एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी पीएम (Pakistan PM) ने दोहराया कि मैच में कल धमाका होने वाला है. उन्होंने कहा कि कुछ बदलाव हुआ है उसके बाद ही हमने अपने सांसदों को नेशनल असेंबली की बैठक (National Assembly meeting) में शरीक होने के लिए कहा है.
इमरान खान (Imran khan) ने इस इंटरव्यू में खुलकर अमेरिका(America) का नाम लिया. उन्होंने कहा कि अमेरिका के अंडर सेक्रेटरी ने बाकायदा पाकिस्तानी राजदूत को बुलाकर, पाकिस्तानी मिलिट्री अटैशी और नोट टेकर्स की मौजूदगी में बातें कहीं. साथ ही यह भी कहा कि हम शीर्ष ऑफिस यानि व्हाइट हाउस का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उस संदेश में उन्होंने कहा कि हमारे रिश्ते तभी होंगे जब इमरान खान को पद से हटाएं.
तीन हफ्तों तक कार्रवाई न करने के सवालों पर उन्होंने कहा कि 22-23 मार्च को ओआईसी की बैठक के कारण इसे सार्वजनिक न करने का फैसला किया. बाद में लोगों के बीच सामने रखने का फैसला किया और तभी 27 मार्च की रैली में बात रखी. इमरान से पूछा गया कि कल अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी तो पाक पीएम ने इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि हम पूरी ताकत के साथ सदन में जा रहे हैं. कल देश के लोग देखेंगे. उनको मजा आएगा. जो लोग शपथ लेने की तैयारी कर रहे हैं उन्हें झटका लगा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं तो हार नहीं मान रहा. अच्छा कैप्टन कभी हार के बारे में नहीं सोचता. हमारे पास रणनीति है. कल सामने आ जाएगा. मैंने बेहद कम लोगों को अपनी रणनीति के बारे में बताया है. चिट्ठी का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि उसमें आधिकारिक तौर पर लिखा गया है कि अगर इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव में जीत गया तो उसके नतीजे नुकसानदेह होंगे. पाकिस्तान को अमेरिका और यूरोप में अलग-थलग किया जाएगा. वहीं अगर इमरान को हटा दिया गया तो फिर सबकुछ माफ हो जाएगा. पीएम खान ने सवाल किया कि अमेरिकी दूतावास को क्या काम है कि वो विपक्ष के लोगों से मिले या उन पत्रकारों से मुलाकात करें जो हमारे खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि 3 मार्च को नवाज शरीफ की मुलाकात हुसैन हक्कानी से हुई. जो घोषित तौर पर पाकिस्तानी फौज का विरोधी है. बता दें हक्कानी पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत रहे हैं. लेकिन पाकिस्तानी फौज के खिलाफ बोलने पर उन्हें हटा दिया गया था और इन दिनों अमेरिका में रहते हैं. इमरान ने कहा कि मुझे जेल जाने से डर नहीं लगता. क्योंकि जो आदमी मौत से नहीं डरता उसे किसी चीज से डर नहीं लगता. इमरान ने कहा कि चिट्ठी कांड में दोषियों के खिलाफ देशद्रोह के मामले पर केस के बारे में अपनी कानूनी टीम के साथ बातचीत कर रहा हूं. इमरान खान ने कहा, “भारत तो रूस से तेल खरीद रहा है. भारत जो अमेरिका का क्वाड में सहयोगी है. लेकिन भारत को वो कुछ नहीं कह सकते. फिर हमको क्यों कहते हैं?” उन्होंने कहा कि अभी केवल कल का वोट जीतने पर जोर है. आगे का कदम उसके बाद बताएंगे.