भोपाल: राजधानी से एक ऐसी खबर सामने आई जो आज के समय में दिलखुश करने वाली खबर है. भोपाल के लोगों ने ऐसा काम किया जिसके बाद कहना ही पड़ेगा… काबिले तारीफ!! इसे कहते हैं खालिस भोपाली. भोपाल के लोगों ने एक बार फिर बता दिया कि संवेदनशीलता आज भी जिंदा है. मामला गुरुवार रात करीब दस बजे का है जब सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल होने लगा. मैसेज में 24 दिन के बच्चे के लिए मदद मांगी गई थी, जो भोपाल स्टेशन से मिली.
24 दिन की बच्ची की बचा ली जान
दरअसल एक 24 दिन की बच्ची जिसे दिल की बीमारी है. उसे इलाज के लिए राजधानी एक्सप्रेस से नागपुर से दिल्ली ले जाया जा रहा था. रास्ते में उसके ऑक्सीजन सिलेंडर ने काम करना बंद कर दिया, जिससे बच्ची की जान को खतरा बन गया था और उसे मदद की जरूरत थी. मैसेज वायरल होते ही भोपाल की मददगार जनता ने शहरभर में ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम करना शुरू कर दिया और जब आधी रात को ट्रेन भोपाल स्टेशन पहुंची तो ना सिर्फ वहां ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद थे, डॉक्टर भी मदद के लिए पहुंच चुके थे.
भोपालियों के जज्बे को सलाम
भोपालियों के जज्बे के चलते 24 दिन की मासूम बच्ची को सांसे मिल गई. बच्ची की मदद करने के लिए शहर के व्हाट्सएप ग्रुप्स पर मेसेज वायरल किया गया था, जिसमें शहर के पत्रकार और एनजीओ का बेहद महत्वपूर्ण योगदान था. सभी के फोन बजे और शहर के समाजसेवी और अस्पताल संचालक सिलेंडर अरेंज करने में जुट गए. ट्रेन के भोपाल पहुंचने तक ऑक्सीजन सिलेंडर और कॉन्संट्रेटर्स के साथ चाइल्ड स्पेशलिस्ट मेडिकल टीम भी स्टेशन पर पहुंच गई. बच्ची को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के बाद इस मुहिम में जुटे समाजसेवी,अस्पताल संचालक और अफसरों ने राहत की सांस ली.
सोशल मीडिया पर मैसेज हुआ था वायरल
सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होते ही भोपाल जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी अलर्ट मोड पर आ गए. तुरंत अमले और अस्पतालों को मदद पहुंचाने के निर्देश भेजे गए. ट्रेन के भोपाल आने से पहले जिला अस्पताल के साथ दो निजी अस्पतालों से ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ कर्मचारी और चाइल्ड स्पेशलिस्ट स्टेशन पहुंचे. MP के सीनियर IAS अफसर पी. नरहरि भी ट्रेन के भोपाल से रवाना होने तक संपर्क बनाए रहे.
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